दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम कारी सैयद उस्मान मंसूरपुरी का निधन, मेदांता में थे भर्ती,

देवबन्द
इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम के कार्यवाहक मोहतमिम व जमीयत उलमा-ए-हिंद (मौलाना महमूद मदनी गुट) के अध्यक्ष मौलाना सैय्यद कारी उस्मान मंसूरपुरी का शुक्रवार को 76 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। कोरोना संक्रमित होने के बाद उनका गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था।
मौलाना सैय्यद कारी उस्मान मंसूरपुरी छह मई को कोरोना संक्रमित हुए थे। जिसके बाद उन्होंने खुद को होम आइसोलेट कर लिया था। घर पर ही चिकित्सकों की देखरेख में उनका उपचार चल रहा था, लेकिन तीन दिन पूर्व बुखार और शरीर में कमजोरी आने की वजह से चिकित्सकों से परामर्श के बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
गत छह मई को नजला, जुकाम, कमजोरी, सांस लेने में परेशानी और ऑक्सीजन लेवल कम होने के कारण मौलाना कारी उस्मान मंसूरपुरी का कोरोना टेस्ट कराया गया था। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। तभी से वह होम आइसोलेट थे और माहिर चिकित्सकों द्वारा उनका इलाज घर पर ही किया जा रहा था। उन्हें ऑक्सीजन भी दी जा रही थी। मौलाना कारी उस्मान मंसूरपुरी के बेटे और मशहूर आलिम ए दीन मौलाना कारी अफ्फान मंसूरपुरी ने बताया कि मौलाना की तबीयत पिछले 15 दिनों से खराब चल रही थी और उनका इलाज घर पर ही चल रहा था। इलाज के दौरान तबीयत में काफी सुधार आ गया था। लेकिन मंगलवार को फिर से उनकी तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मौलाना के निधन से इस्लामिक जगत में ग़म का माहौल है।

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