शमशाद रज़ा अंसारी
ग़ाज़ियाबाद
दिल्ली से सटे जिला ग़ाज़ियाबाद में बदमाशों ने लॉकडाउन के दौरान पुलिस को खुली चुनौती देते हुये दिन दहाड़े लाखों की डकैती को अंजाम दे डाला। बदमाशों के दुस्साहस का अंदाज़ा इस बात से लगता है कि ट्रॉनिका सिटी थाने से लगभग 500 मीटर की दूरी पर ही हथियारबन्द बदमाशों ने दिन दहाड़े वारदात को अंजाम दिया। वारदात स्थल पर पहुँचे डीआईजी/एसएसपी ने वारदात के जल्द खुलासे का आश्वासन दिया है।
थाना ट्रॉनिका सिटी से कुछ ही दूरी और अंसल कॉलोनी है। प्रॉपर्टी डीलर छोटे खां सीबी-306 अंसल कॉलोनी लोनी में अपने परिवार के साथ रहते हैं। पीड़ित के अनुसार उन्होंने ग़ाज़ियाबाद में रहने वाले जैन का प्लाट दिल्ली जाफराबाद में रहने वाले साक़िब को बिकवाया था। साक़िब ने प्लाट की रकम जैन को देने के लिए मंगलवार रात्रि को छोटे खां को दी थी। घर में उपस्थित महिला ने बताया कि बुधवार दोपहर करीब दो बजे छह बदमाश अचानक घर में घुसे। बदमाशों ने उसके भतीजे और बेटे को गन पॉइंट पर लिया हुआ था। बदमाशों ने उनको जान से मारने की धमकी देते हुये घर में रखे हुए 95 लाख रूपये लूट लिए और फ़रार हो गये।
मौक़ै पर पहुँचे डीआईजी/एसएसपी अमित पाठक ने पुलिस के चिरपरिचित अंदाज़ में जवाब देते हुये बताया कि डकैती की वारदात के खुलासे के लिए टीम लगा दी गयी हैं। जल्द ही वारदात का खुलासा करके बदमाशों को गिरफ़्तार कर लिया जायेगा।
पुलिस वारदात के खुलासे का लाख दावा करे लेकिन बदमाशों ने थाने से कुछ ही दूरी पर दिन दहाड़े डकैती डाल कर ये साबित कर दिया है कि जनपद में पुलिस का इक़बाल ख़त्म हो चुका है।
पुलिस का डर अगर किसी के दिल में बचा है तो वो केवल सड़क पर निकलने वाले ग़रीब और छोटे दुकानदारों में बचा है। “टार्गेट” पूरा करने के लिए पुलिस इनके उत्पीड़न का कोई मौक़ा नही छोड़ती है।
ग़ौरतलब बात यह भी है कि लॉकडाउन में पुलिस केवल चालान का “टार्गेट” पूरा करने ही सड़क पर उतर रही है। दोपहर दो से पाँच के बीच पुलिस सड़क से नदारद रहती है। शायद इसी का फ़ायदा उठाने के लिए बदमाशों ने डकैती के लिए दो बजे के बाद का समय चुना।
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