दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी, आपूर्ति के रूकने से भयावह हो जाएंगे हालात: सिसोदिया
- उत्तर-प्रदेश, हरियाणा में पैरा मिलिट्री फ़ोर्स लगाकर भी दिल्ली में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करे केंद्र सरकार: मनीष सिसोदिया
- हरियाणा और उत्तरप्रदेश के हस्तक्षेप से बुधवार दिल्ली को 378 मीट्रिक टन की जगह केवल मिला 177 मीट्रिक टन ऑक्सीजन: मनीष सिसोदिया
नई दिल्ली 22 अप्रैल
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केंद्र सरकार से दिल्ली में ऑक्सीजन की नियमित सप्लाई पर ध्यान देने और अन्य राज्यों द्वारा दिल्ली की ऑक्सीजन सप्लाई में हस्तक्षेप को रोकने पर उचित कदम उठाने की मांग की। और केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि दिल्ली में हरियाणा और उत्तरप्रदेश से आने वाले ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए ज़रूरत होने पर अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती भी की जाए। और ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर जो जंगलराज चल रहा है उसे खत्म किया जाए वरना हालात खराब होते चले जाएंगे।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कल केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली के साथ-साथ बाकी राज्यों का ऑक्सीजन कोटा बढ़ाया गया। लेकिन उसके बावजूद हरियाणा और उत्तर प्रदेश के प्लांटों में वहां के अधिकारी दिल्ली की ऑक्सीजन आपूर्ति को रोकने का काम कर रहे है। मनीष सिसोदिया ने बताया कि कल पानीपत में हरियाणा सरकार के कुछ अधिकारियों ने दिल्ली के हिस्से की ऑक्सीजन रोक ली जो रात 3 बजे तक भी नहीं भेजी जा सकी। उन्होंने बताया कि कल दिल्ली को 378 मीट्रिक टन ऑक्सीजन में से केवल 177 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिल पाया क्योंकि हरियाणा और उत्तरप्रदेश के अधिकारियों द्वारा पुलिस की सहायता से दिल्ली के ऑक्सीजन टैंकरों को रोक दिया गया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की बहुत ज़्यादा कमी है। उन्होंने कहा कि हालात इतने खराब है कि कुछ अस्पतालों में अगले 2-3 घंटे के लिए ही ऑक्सीजन उपलब्ध है और ज़्यादातर अस्पतालों में सिर्फ 7-8 घंटे के लिए ऑक्सीजन बाकी है।
उपमुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि जिस दरियादिली से केंद्र सरकार ने कल दिल्ली के लिए ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाया है। केंद्र सरकार अब कड़े कदम उठाते हुए उसकी आपूर्ति भी सुनिश्चित करें क्योंकि अगर ऐसा नहीं हुआ तो लोगों को बचाना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संकट के समय राज्यों को आपस में लड़ने के बजाय साथ मिलकर इस महामारी से लड़ना है इसलिए ऑक्सीजन को लेकर इस खींचतान को खत्म किया जाए।