सहारनपुर(रिजवान सलमानी)
काजी नदीम अख्तर को उनके शहर काजी चुने जाने के अवसर पर जामिया रहमत घघरोली में एक भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया गया। जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख व्यक्तियों और बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत मौलाना डॉ. अब्दुल मालिक मुगीसी जिला अध्यक्ष ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल सहारनपुर
के स्वागत शब्दों से हुई।
काजी नदीम अख्तर ने अपने मुख्य भाषण में कहा कि मैं एक छोटा आदमी हूं जिसके कंधों पर यह बड़ी जिम्मेदारी रखी गई है। बेशक, मैं कांपता हूं जब मैं महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को देखता हूं और मेरा दिल तड़पता है जब मैं यह देखता हुं कि जीवन साथी को निराधार कारणों से दरकिनार किया जा रहा है।
इसलिए आप लोगों के लिए प्रयास करें और उनके बीच विरासत और वसीयत के बारे में जागरूकता लाएं। निस्संदेह, आप उम्मत का कल हैं। इसलिए शिक्षा के माध्यम से क़ौम का नेतृत्व करने का कार्य आपके माध्यम से जारी रहना चाहिए।
मिल्ली काउंसिल सहारनपुर के अध्यक्ष साबिर अली खान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज के दौर में हर शिक्षित व्यक्ति के लिए नौकरी या शिक्षा के लिए जगह मिल जाना जरूरी नहीं है। यहां एक ट्रेनिंग स्कूल या केंद्र की स्थापना करें। जिससे छात्रों को दस्तकारी भी सिखायी जा सके और इसके लिए हम अपने प्रयास जारी रखे हुए हैं।
मुहम्मद ओसाफ गुड्डू महासचिव मिल्ली काउंसिल सहारनपुर ने कहा कि उन्हें जामिया रहमत में आकर बहुत खुशी हो रही है और शिक्षकों और छात्रों के प्रदर्शन को देखकर बहुत संतुष्ट हूँ।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद सहारनपुर के उपाध्यक्ष मौलाना फरीद मजाहिरी ने अपने भाषण में कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि काजी नदीम अख्तर के सम्मान में यह समारोह आयोजित किया जा रहा है। आपकी राष्ट्रीय और सामाजिक सेवाएं अविस्मरणीय हैं। हमारे लिए इस समारोह का हिस्सा बनना एक खुशी की बात है।
मौलाना डॉ. अब्दुल मालिक मुगीसी ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जामिया रहमत की नीति रही है कि हमेशा राष्ट्र को ऊंचा करने वालों का सम्मान करें और चूंकि काजी नदीम अख्तर इन व्यक्तित्वों में से एक हैं। कोम के लिए अपने दिन-रात कुर्बान किए हैं, इसलिए ऐसे व्यक्ति का सम्मान करना हमारे लिए आवश्यक था और इसी भावना से इदारे ने आज इस समारोह को सजाया है।
उन्होंने कहा कि इनमें से प्रत्येक कोम के लिए अपने आप में एक उदाहरण है, विशेष रूप से हाल के वर्षों में गरीब और असहाय लोगों के लिए, विशेष रूप से लॉकडाउन में दी गयी कुरबानियां उल्लेखनीय हैं और उन्हें भूलना इतिहास के साथ अन्याय होगा।
अंत में काजी नदीम अख्तर को शहर के काज़ी के रूप में उनके चुने जाने और उनकी राष्ट्रीय और सामाजिक और कल्याणकारी सेवाओं के सम्मान में सभी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा धन्यवाद पत्र प्रस्तुत किया गया।
ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना हकीम मोहम्मद अब्दुल्ला मुगीसी के संरक्षण में मिल्ली केयर डिस्पेंसरी का निरीक्षण किया गया, जो पहले से ही बिना किसी भेदभाव के लोगों और छात्रों के स्वास्थ्य देखभाल के लिए मानवतावादी के रूप में काम कर रही है। जिस पर अतिथियों ने अपनी उपयोगी सलाह एवं शुभकामनाओं से नवाजा।
इस अवसर पर जुनैद खान, मोहम्मद साद काजी, सालेह अहकर, फहीम चौधरी, शाह जमान, मौलवी असजद, तौसीफ,विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक और छात्र शामिल थे।
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