नरेंद्र मोदी के टीवी पर रोने से सच हो गयी ‘आप’ सांसद संजय सिंह की भविष्यवाणी
शमशाद रज़ा अंसारी
नई दिल्ली
देश के प्रधानमन्त्री शुक्रवार को टीवी पर बोलते हुये अचानक भावुक होकर रोने लगे। प्रधानमन्त्री को इस प्रकार रोते हुये देख कर जहाँ कुछ लोग भावुक हो गये तो कुछ लोग उनका रोना देख कर उन्हें बहरूपिया बताने लगे। इन सबके बीच आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को एक बार फिर प्रधानमन्त्री और निशाना साधने का अवसर मिल गया। दरअसल संजय सिंह ने एक माह पहले प्रेस वार्ता में कहा था कि लाइट एक्शन शुरू होने वाला है और प्रधानमन्त्री टीवी पर आँसू बहाते हुये नज़र आयेंगे।
प्रधानमन्त्री के रोते ही संजय सिंह ने ट्वीट करके अपनी भविष्यवाणी याद दिलाई। संजय सिंह ने लिखा
“जो 17 अप्रैल को बोला था
21 मई को सच हो गया।
देश को एक संवेदनशील नेक दिल इंसान चाहिये
ढोंगी प्रधानमंत्री नही जो खुद रैली करके कोरोना फैलाए और बाद में रोने का नाटक करे।”-संजय सिंहदेश दुनिया की अहम खबरें अब सीधे आप के स्मार्टफोन पर TheHindNews Android App
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोरोना संकट को लेकर वाराणसी के चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ और फ्रंट लाइन वारियर्स से संवाद किया। इस दौरान एक अवसर ऐसा भी आया जब प्रधानमंत्री कोरोना महामारी से मारे गए लोगों को याद कर भावुक हो उठे। अपने संवाद में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वायरस ने हमसे हमारे परिजनों को छीना है। मैं उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देता हूँ और उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में हमें हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ना है। इस बार संक्रमण दर पहले से कहीं ज्यादा है। मरीजों को अस्पतालों में ज्यादा समय तक रहना पड़ रहा है। इस कारण स्वास्थ्य विभाग पर दबाव पड़ रहा है। पीएम मोदी ने इस दौरान जहां बीमार, वहीं उपचार का मंत्र भी दिया। अपने इस संवाद के दौरान प्रधानमन्त्री भावुक होकर रोने लगे।
बड़ी बात यह है कि आप सांसद संजय सिंह ने हाल ही में यह कहा था कि जल्द ही लाइट कैमरा एक्शन शुरू होने वाला है और प्रधानमंत्री टीवी के सामने आंसू बहाते नज़र आएंगे।
सांसद संजय सिंह ने यह बात 17 अप्रैल को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही थी। आज जब अपने संवाद कार्यक्रम में प्रधानमंत्री भावुक हुए तो संजय सिंह ने अपना कहा याद दिलाते हुए प्रधानमंत्री पर कटाक्ष भी किया।
संजय सिंह ने इससे पहले 15 मई को प्रधानमन्त्री के अलग-अलग अंदाज़ के 15 ट्वीट करते हुये उन्हें बहरूपिया लिखा था।