पंचायत चुनाव में मिली हार तो पूर्व प्रधान ने खुदवा दी अपने कार्यकाल में बनी सड़क

बाराबंकी
पंचायत चुनाव के नतीजे आने के बाद प्रत्याशियों द्वारा ख़ुशी और ग़म मनाने का दौर जारी है। पंचायत चुनाव में जीत दर्ज करने वाले लोग तो जश्न मनाने में लगे हैं जबकि हारे प्रत्याशी अपनी खीझ मिटा रहे हैं। कई जगहों पर हिंसा के साथ बवाल के मामले सामने आए हैं। पराजित प्रत्याशी जनता पर अपनी हार का गुस्सा निकालने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। बाराबंकी में हार के बाद खीज निकालने का विचित्र प्रकरण सामने आया है। यहां हार के बाद पूर्व प्रधान ने जेसीबी से गांव की सड़क खुदवा दी। आठ वर्ष पहले इस सड़क का निर्माण आरोपित प्रधान के कार्यकाल में ही हुआ था। करीब दो सौ मीटर सड़क खोदे जाने से आहत ग्रामीणों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की है।
बाराबंकी के सुबेहा ब्लाक के रोहना मीरपुर ग्राम पंचायत के अहिरन सरैया गांव में ग्राम प्रधान पद के चुनाव में तीसरे नम्बर पर आने वाले प्रत्याशी ने आठ वर्ष पहले बनवाई गई सड़क को करीब दो सौ मीटर तक खुदवा दिया। यह सड़क उसने अपनी प्रधान निधि से बनवाई थी। पंचायत चुनाव में हार मिलने के बाद पूर्व प्रधान बौखला गया। इसी बौखलाहट के चलते उसने सड़क की खुदाई करवाने के लिए जेसीबी लगवा दी। ये सड़क पूर्व प्रधान ने अपने कार्यकाल में ग्रामवासियों के लिए बनवाई थी लेकिन चुनाव परिणाम आने पर उसे हार बर्दाश्त नहीं हुई। उसने समर्थकों के साथ मिल कर जेसीबी से पूरी सड़क खुदवा डाली।


गांव के पूर्व प्रधान कृपा शंकर तिवारी ने बताया कि इस बार यहां साइना गांव के रामबाबू शुक्ल प्रधान बने हैं। इस चुनाव में आरोपित पूर्व प्रधान दीपक तिवारी तीसरे नंबर पर आए। दीपक यहां तीसरे नंबर पर आने से नाराज हो गए। गांववालों से कम वोट मिलने पर वह अपने 50 गुंडों और जेसीबी के साथ अहिरन सरैयां गांव पहुंचे और वर्षों पुरानी सड़क खुदवा डाली।
अहिरनपुरवा के जगदंबा, रामदेव व गोबरे का कहना है कि चकमार्ग बना था। ग्राम पंचायत रोहना मीरापुर के पूर्व प्रधान दीपक तिवारी ने 200 मीटर चकमार्ग जेसीबी से खुदवा दिया। ग्राम प्रधान रामबाबू शुक्ल का कहना है कि दीपक तिवारी इस बार पंचायत चुनाव में प्रधान पद पर हार गए। इससे नाराज होकर चकमार्ग खुदवा दिया। इससे आवागमन में परेशानी हो गई है।
गांव के निवासी प्रदीप ने बताया कि इस बार चुनाव में साइना गांव के निवासी रामबाबू शुक्ल प्रधान चुने गए हैं और दीपक ने तीसरे नंबर पर आने का बदला लेने के लिए 8 वर्ष पूर्व बने रास्ते को जेसीबी से खुदवा दिया। उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि हम लोगों ने उन्हें वोट नही दिया था। हम सभी गांववासियों ने तहसील में इसकी शिकायत की है।
फिलहाल तहसील के अधिकारियों ने चुनाव व्यस्तता का हवाला देकर मामले पर अनभिज्ञता जताई है। हालांकि वो शिकायत मिलने पर जांच कराने का भरोसा दे रहे हैं।

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