भाजपा की एमसीडी अपने कर्मचारियों को कोरोना महामारी में भी तनख्वाह नहीं दे रही
- चाहे सफाई कर्मचारी हों, डॉक्टर हों, नर्स हों, टीचर हों, मूलभूत सुविधाएं तो छोड़िए, भाजपा की एमसीडी उन्हें हक का वेतन तक देने को तैयार नहीं है- दुर्गेश पाठक
- हाईकोर्ट ने भाजपा की एमसीडी को लगाई फटकार; कहा जल्द से जल्द कर्मचारियों की तनख्वाह जारी करो- दुर्गेश पाठक
- कोरोना महामारी में एमसीडी के कर्मचारियों का बुरा हाल; उनका घर चलना मुश्किल हुआ जिसके लिए सिर्फ और सिर्फ दिल्ली भाजपा ज़िम्मेदार- दुर्गेश पाठक
- आम आदमी पार्टी यह मांग करती है कि भाजपा की एमसीडी जल्द से जल्द सभी कर्मचारियों को तनख्वाह दे- दुर्गेश पाठक
नई दिल्ली: 28 अप्रैल 2021
आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने बुधवार को बयान जारी करते हुए कहा कि एमसीडी की सत्ता में काबिज भाजपा कोरोना की इस जानलेवा महामारी में भी अपने कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं दे रही है। भाजपा की एमसीडी अपने कर्मचारियों को वेतन देने के नाम पर हमेशा ही बहाने बनाती रही है। लेकिन इस पूरे कोविड काल में वह लोग जो हमारी रक्षा कर रहे हैं, जो अपने परिवार के बारे में बिना सोचे हमारे लिए अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं, फिर चाहे वो सफाई कर्मचारी हों, डॉक्टर हों, नर्स हों, टीचर हों, मूलभूत सुविधाएं तो छोड़िए, दिल्ली भाजपा उन्हें हक का वेतन तक देने को तैयार नहीं है। उनका घर चलना मुश्किल हो गया है, जिसके लिए सिर्फ और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ज़िम्मेदार है। भाजपा के अंदर मानवता पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। ये भाजपा की एमसीडी का कैसा अन्याय है? आम आदमी पार्टी ने एमसीडी से सभी कर्मचारियों कि तनख्वाह जल्द से जल्द जारी करने की मांग की है। दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा यह न भूले कि जो जाने आज बच पा रही हैं, उसमें सबसे बड़ा योगदान एमसीडी के कर्मचारियों का है। भाजपा उनके साथ ऐसा अन्याय न करे।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में कोरोना तेजी से लोगों की जान ले रहा है। आप लोग अस्पतालों और कोविड सेंटरों में लगातार भीड़ देख रहे होंगे। लोग टेस्ट कराने के लिए परेशान हैं, हर जगह भीड़ है। दूसरी ओर दिल्ली के सफाई कर्मचारी हैं जो दिल्ली की जनता की सेवा में दिन-रात लगे हुए हैं। भाजपा की एमसीडी के ये कर्मचारी अपने परिवार को छोड़ कर दिल्ली की जनता की सुरक्षा के लिए सुबह अपने घरों से बाहर निकलते हैं। वे अपनी जान की परवाह किए बिना काम करते हैं जिससे उन्हें दो वक्त की रोटी नसीब हो सके, उनका घर चल सके। लेकिन इस महामारी में इन कर्मचारियों का बुरा हाल हो गया है। उनका घर चलना मुश्किल हो गया है, जिसके लिए सिर्फ और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ज़िम्मेदार है।
उन्होंने कहा, आप जानते हैं कि दिल्ली में चाहे सैनिटाइजेशन की बात हो या साफ सफाई, यह सभी काम दिल्ली के सफाई कर्मचारी करते हैं। यह सफाई कर्मचारी एमसीडी के अंदर आते हैं जिसपर भारतीय जनता पार्टी पिछले 15 सालों से काबिज है। वहीं एमसीडी के अस्पतालों में उपलब्ध डॉक्टर और नर्स भी दिन-रात कोविड के मरीजों के इलाज में लगे रहते हैं। यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि भारतीय जनता पार्टी की एमसीडी अपने कर्मचारियों को ऐसी भयानक महामारी में भी तनख्वाह नहीं दे रही है। ये भाजपा की एमसीडी का कैसा अन्याय है?
दुर्गेश पाठक ने कहा, भाजपा की एमसीडी अपने कर्मचारियों को वेतन देने के नाम पर हमेशा ही बहाने बनाती रही है। लेकिन इस पूरे कोविड काल में वह लोग जो हमारी रक्षा कर रहे हैं, जो अपने परिवार के बारे में बिना सोचे हमारे लिए अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं, फिर चाहे वो सफाई कर्मचारी हों, डॉक्टर हों, नर्स हों, टीचर हों, मूलभूत सुविधाएं तो छोड़िए, दिल्ली भाजपा उन्हें हक का वेतन तक देने को तैयार नहीं है। भाजपा के अंदर मानवता पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। कोरोना वॉरियर कहीं न कहीं सरकार के ऊपर निर्भर होते हैं, सरकार से उनकी बड़ी अपेक्षाएं होती हैं। उनके कारण आज जो जाने बच पा रही हैं, मैं तो कहूंगा कि सबसे बड़ा योगदान उन्हीं का है। ऐसे समय में उन्हें वेतन न देना महापाप है और ये महापाप भाजपा की एमसीडी कर रही है।
दुर्गेश पाठक ने हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा, जेब में पैसा नहीं होने का रोना रोने वाले दिल्ली भाजपा के नेताओं ने अपने 15 सालों के कार्यकाल में एमसीडी को बर्बाद कर दिया है। और कल हाईकोर्ट ने भी भाजपा की एमसीडी को फटकार लगाई और कहा कि एमसीडी सभी कर्मचारियों को जल्द से जल्द वेतन जारी करे। मैं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का ध्यान केंद्रित करते हुए कहना चाहता हूं कि भाजपा यह न भूले कि जो जाने आज बच पा रही हैं, उसमें सबसे बड़ा योगदान एमसीडी के कर्मचारियों का है। भाजपा उनके साथ ऐसा अन्याय न करे। आम आदमी पार्टी यह मांग करती है कि एमसीडी जल्द से जल्द सभी कर्मचारियों को तनख्वाह दे। अब एमसीडी में भाजपा के केवल 8-10 महीनों का कार्यकाल ही बाकी है। दिल्ली की जनता को तो बहुत परेशान किया है कम से कम इस बचे हुए वक्त में कर्मचारियों को परेशान न करें।