Header advertisement

भाजपा को शर्म आनी चाहिए कि इस महामारी में भी वह दिल्ली की जनता के साथ नहीं खड़ी है- दुर्गेश पाठक

भाजपा को शर्म आनी चाहिए कि इस महामारी में भी वह दिल्ली की जनता के साथ नहीं खड़ी है- दुर्गेश पाठक

  • लगभग 3127 बेड खाली होने के बावजूद कोरोना मरीजों को एक भी बेड नहीं दे रही एमसीडी
  • दिल्ली सरकार ने लगभग 11 अस्पतालों को पूरी तरह से कोरोना सेंटर में बदला; वहीं भाजपा की एमसीडी मरीजों को एक भी बेड नहीं दे रही- दुर्गेश पाठक
  • भाजपा के राजन बाबू अस्पताल में लगभग 700 बेड खाली, लेकिन कोविड के मरीजों के लिए एक भी बेड नहीं- दुर्गेश पाठक
  • एमसीडी के हिंदू राव में लगभग 1000 बेड; 200 बेड उपलब्ध कराने का वादा कर कोई जानकारी नहीं दे रही एमसीडी- दुर्गेश पाठक
  • राजनीति से ऊपर उठकर दिल्ली वालों का इलाज करे भाजपा- दुर्गेश पाठक
  • इस विकट स्थिति में भी दिल्ली कि जनता की सेवा करने में भाजपा फेल होती है तो दिल्ली की जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी- दुर्गेश पाठक

नई दिल्ली: 18 अप्रैल 2021
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की एमसीडी के पास लगभग 3127 बेड बनते हैं, इसके बावजूद इन्होंने दिल्ली में कोरोना से संक्रमित एक भी व्यक्ति को बेड नहीं दिया है। भाजपा को शर्म आनी चाहिए कि वह बेड उपलब्ध कराने के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रही है। कल दिल्ली में लगभग 24000 मामले आए। इस विकट स्थिति में पूरी दिल्ली ने जो जज्बा दिखाया है, वह सराहनीय है। दिल्ली सरकार ने लगभग 11 अस्पतालों को पूरी तरह से कोरोना सेंटर में बदल दिया है। बहुत सारे आइसोलेशन सेंटर बनाए हैं। वहीं भाजपा की एमसीडी कोरोना के मरीजों को एक भी बेड नहीं दे रही है। दुर्गेश पाठक ने भाजपा से दिल्ली वालों के लिए अपने अस्पतालों में बेड उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता से कहा कि अगर आप ऐसा करने में फेल होते हैं तो दिल्ली की जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी।
आम आदमी पार्टी के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने रविवार को प्रेस वार्ता को संबोधित किया। दुर्गेश पाठक ने कहा कि, पूरा देश कोरोना की गिरफ्त में है और पूरी दिल्ली भी कोरोना की भीषण चपेट में है। आप लोगों ने देखा कि कल दिल्ली में लगभग 24000 मामले आए। इस विकट स्थिति में पूरी दिल्ली ने जो जज्बा दिखाया है, आज दिल्ली का हर एक नागरिक पिछले 2 दिनों से जिस तरह से वीकेंड कर्फ्यू का पालन कर रहा है, वह सराहनीय है। लोग अपने घरों में हैं, सब की यही कोशिश है कि किसी भी तरह से इस चेन को तोड़ा जाए, किसी भी तरह से कोरोना को रोका जाए। दिल्ली का हर एक नागरिक एक दूसरे की मदद करने में लगा हुआ है। कोई किसी के लिए दवाइयां तो कोई किसी के लिए बेड उपलब्ध कराने में लगा हुआ है। वहीं अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में दिल्ली की सरकार अपना सब कुछ दांव पर लगा कर एक-एक व्यक्ति की जान बचाने की कोशिश में लगी हुई है। लेकिन दुर्भाग्य इस बात का है कि भारतीय जनता पार्टी की एमसीडी आज दिल्ली वालों के साथ नहीं खड़ी है। हमेशा की तरह एमसीडी कोरोना की इस महामारी में भी फेल हुई है।
उन्होंने कहा, भाजपा दिल्ली वालों के साथ धोखाधड़ी कर रही है। आज दिल्ली में सबसे बड़ी समस्या बेड की है। लोगों को बेड चाहिए, ऑक्सीजन चाहिए, आईसीयू बेड चाहिए, वेंटिलेटर चाहिए। सबको पता है कि दिल्ली में तीन तरह के अस्पताल हैं- केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और एमसीडी। दिल्ली सरकार ने लगभग 11 अस्पतालों को पूरी तरह से कोरोना सेंटर में बदल दिया है। बहुत सारे आइसोलेशन सेंटर बनाए हैं। हजारों डॉक्टर दिल्ली वालों की सेवा करने में लगे हुए हैं। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की एमसीडी के पास जो अस्पताल हैं उन अस्पतालों में एक भी बेड कोरोना के मरीजों के लिए, दिल्ली के लोगों के लिए उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है।
दुर्गेश पाठक ने अपनी रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, आज मैं पूरी रिपोर्ट लेकर आया हूं। भारतीय जनता पार्टी के राजन बाबू अस्पताल में लगभग 700 बेड हैं और लगभग पूरा अस्पताल खाली है। इसके बावजूद कोविड के मरीजों को एक भी बेड नहीं दिया गया है। महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में 400 बेड हैं, सभी बेड खाली होने के बावजूद कोविड के मरीजों को एक भी बेड नहीं दिया गया है। बालकराम में 200 बेड हैं, यहां भी दिल्ली के कोरोना मरीजों को एक भी बेड नहीं दिया गया। कस्तूरबा गांधी में 250 बेड हैं, यहां भी कोविड के लिए एक भी बेड नहीं है। गिरधारी लाल अस्पताल में 100 बेड हैं, यहां भी कोरोना के मरीजों के लिए एक भी बेड नहीं है। हिंदू राव में लगभग 1000 बेड हैं और जिसमें से उन्होंने 200 बेड देने से बात कही है। अब यह बेड कब देंगे, कब मरीजों को भर्ती किया जाएगा, इसका कोई समय या जानकारी नहीं दी गई है। पूर्णिमा सैठी अस्पताल में लगभग 100 बेड हैं लेकिन एक भी बेड कोविड क े लिए नहीं दिया गया है। माता गुजरी अस्पताल में 100 बेड हैं एक भी बेड कोविड के लिए नहीं है। स्वामी दयानंद अस्पताल में लगभग 200 बेड हैं और एक भी बेड कोविड के लिए नहीं दिया गया है। इस प्रकार भारतीय जनता पार्टी की एमसीडी के पास लगभग 3127 बेड बनते हैं, उन्होंने कहा जरूर है कि मरीजों को बेड उपलब्ध कराएंगे लेकिन इन्होंने दिल्ली में कोरोना से संक्रमित एक भी व्यक्ति को बेड नहीं दिया है।

उन्होंने कहा, मुझे समझ नहीं आता है कि भाजपा ऐसी स्थिति में भी इस तरह की राजनीति कैसे कर सकती है। भाजपा इतनी निर्दयी कैसे हो सकती है? आज लोगों ने अपने घर खोल दिए हैं। लोग फोन करके कह रहे हैं कि हमारा यह कम्युनिटी सेंटर है, हमारा यह गराज खाली है, हमारा यह मैदान खाली है, हमारा यह घर खाली है, अगर आप इसको कोविड सेंटर बनाना चाहते हैं तो बना सकते हैं। अब तो खुद दिल्ली की जनता भी कोरोना से लड़ने निकल चुकी है लेकिन भाजपा अपनी राजनीति से बाज नहीं आ रही है। भाजपा की एमसीडी ने दिल्ली वालों के लिए एक भी बेड उपलब्ध नहीं कराया है।
दुर्गेश पाठक ने कहा, भारतीय जनता पार्टी को शर्म आनी चाहिए और मैं भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष और उनके सभी नेताओं से यह कहना चाहता हूं कि पिछले 15 सालों में आप लोगों ने दिल्ली वालों को बहुत लूटा है। कभी सफाई के नाम पर लूटा, कभी बिल्डिंग बनाने के नाम पर लूटा, कभी मच्छर की दवाई छिड़कने के नाम पर लूटा है। आज कुछ भला काम करने का समय है। आप लोग भी राजनीति से ऊपर उठिए, अपने अस्पतालों के दरवाजे खोलिए, दिल्ली वालों की सेवा करिए, दिल्ली वालों का इलाज करिए। अगर आप ऐसा करने में फेल होते हैं तो दिल्ली की जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी।

No Comments:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *