भारत अस्पताल की दबंगई के सामने बेबस हुआ आजमगढ़ जिला प्रशासन
- महिला एवं बच्चों की पिटाई करने पर अभी तक नही हुई कोई कार्यवाई
आजमगढ़
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालते ही दबंगों के विरुद्ध कार्यवाई शुरू कर दी थी। योगी के सत्ता सम्भालने के बाद कुछ समय तक तो दबंगों के विरुद्ध कार्यवाई हुई। लेकिन अब दबंगई फिर से चरम पर है। प्रशासन से बेख़ौफ़ दबंग अब महिलाओं एवं बच्चों के साथ मारपीट करने से भी नही चूक रहे हैं। यहाँ तक कि प्रशासन भी इन दबंगों के सामने बेबस नज़र आ रहा है। प्रदेश के आजमगढ़ में तो हालात सर्वाधिक बदतर बने हुये हैं। आजमगढ़ प्रशासन की स्थिति इतनी दयनीय है कि अब तक लूट खसोट के लिए बदनाम अस्पताल,गुंडई करने पर उतारू हो गये हैं। पुलिस भी मौन रहकर दबंगों के हौसले बुलन्द कर रही है।
मामला जनपद आजमगढ़ का है,जहाँ पर डॉ के दबंग पिता ने गुंडई दिखाते हुये अस्पताल के दो कम्पाउंडरों के साथ मिलकर मरीज के परिजनों के साथ बेरहमी से मारपीट की। दबंगों ने अस्पताल के मौजूद महिलाओं एवं बच्चों को भी नही बख़्शा। पीड़ित ने पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाते हुये पुलिस अधीक्षक से दोषियों पर कार्यवाई करने की गुहार लगायी है। पीड़ित की पत्नी ने भी राज्य महिला आयोग को पत्र लिख कर कार्यवाई की माँग की है।
मामला जनपद आजमगढ़ के फूलपुर थाना क्षेत्र के उदपुर का है। यहाँ पर पुराने कोल्ड स्टोर के पास भारत हेल्थकेयर सेंटर के नाम से डॉ आर.के यादव ने अस्पताल खोला हुआ है।
पीड़ित समाजसेवी सिराज अहमद आज़मी पुत्र रफीक अहमद टूर एन्ड ट्रैवल्स का काम करते हैं। सिराज आज़मी ने आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक को दिए शिकायती पत्र में लिखा कि मैं अपनी मानसिक रोग से पीड़ित 19 वर्षीय बहन को 30 जून को उदपुर के ही भारत अस्पताल लेकर गया। यहाँ पर अस्पताल संचालक डॉक्टर राजेश कुमार(जोकि एमएस है) ने बताया कि बाहर से न्यूरो डॉ बुलाकर रोगी का उपचार सुचारू रूप से कराऊँगा। लेकिन 18 घन्टे बाद भी बहन की हालत में सुधार न हुआ तो मैंने कई बार मैंने डॉक्टर आर.के यादव से कहीं अन्यत्र ले जाने की विनती की,लेकिन डॉ झाँसा देते रहे कि जल्द ही सुधार हो जायेगा। इसी बीच डॉ के दबंग पिता ने गुंडई दिखाते हुये अस्पताल के स्टाफ के साथ मिलकर मेरी पत्नी,बहन तथा दो बच्चियों के साथ मारपीट की। सिराज ने लिखा है कि पुलिस ने मौके पर आकर मेरे तथा मेरे परिवार के बयान लिए और वापस चली गयी। लेकिन कोई कार्यवाई नही की गयी।
पीड़ित सिराज आज़मी ने हिन्द न्यूज़ से बात करते हुये बताया कि हमारे साथ मारपीट होने के बाद पुलिस आई और पुलिस ने हम सबके बयान लेने के बाद हमारी चोटों की वीडियो भी बनाई। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने डॉ एवं उसके पिता से अकेले में जाकर कुछ बात की। फिर हमारा मेडिकल कराये बिना ही पुलिस वापस चली गयी। इस सबके दौरान मेरी बीमार बहन की तबियत और अधिक ख़राब हो गयी। उसके इलाज में लगे होने के कारण हम परेशान रहे।
सिराज ने हिन्द न्यूज़ को बताया कि डॉ का पिता क्षेत्र का दबंग तथा रसूख वाला व्यक्ति है। जिस कारण जिला प्रशासन अस्पताल पर कार्यवाई करने से कतरा रहा है। सिराज ने बताया कि भारत अस्पताल मानकों के अनुरूप भी बना हुआ नही है। मैंने मेडिकल एसोसिएशन से भी इसकी शिकायत की है।
वहीं दूसरी ओर दबंगों की मार से घायल हुई पीड़ित की पत्नी ने राज्य महिला आयोग को पत्र लिख कर पूरा घटनाक्रम बताते हुये कार्यवाई की माँग की है।
पीड़ित ने बताया कि घटना के बाद से मैं और मेरा परिवार बेहद सदमे में है। हमें दबंगों से जान का ख़तरा बना हुआ है।