नई दिल्ली
जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना कारी सैयद उस्मान मंसूरपुरी के निधन के बाद गुरुवार को पूर्व सांसद मौलाना सैयद महमूद मदनी को सर्वसम्मति से जमीयत उलमा-ए-हिंद का कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है।
देश में मुसलमानों के सबसे बड़े संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना कारी उस्मान मंसूरपुरी के इंतकाल के बाद संगठन में महासचिव का पद भार संभाल रहे मौलाना महमूद मदनी को सर्वसम्मति से जमीयत का कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। गुरुवार को दिल्ली में जमीयत उलेमा-ए-हिंद मुख्यालय में मजलिस आमला (कार्यकारिणी) की बैठक में कई सदस्य ऑनलाइन शामिल रहे। वहीं जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी को महासचिव चुना गया है
बता दें कि 21 मई 2021 को बीमारी के चलते मौलाना कारी सैयद उस्मान मंसूरपुरी का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था। उनके इंतकाल के बाद जमीयत उलमा हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी खाली हो गई थी।
याद रहे कि अध्यक्ष और महासचिव के पद पर पाँच साल के लिए नियुक्ति की जाती है। फिलहाल महमूद मदनी क़ारी उस्मान का बचा कार्यकाल पूरा करेंगे।
ज्ञात हो कि मौलाना महमूद मदनी क्रांतिकारी मौलाना हुसैन अहमद मदनी के पोते और विख्यात आलिम-ए-दीन मौलाना असद मदनी के पुत्र हैं।
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