राहुल गांधी ने कहा कोरोना की दूसरी लहर के लिए ‘इवेंट मैनेजर’ नरेंद्र मोदी दोषी
नई दिल्ली
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में कोरोना वायरस महामारी के कारण बिगड़ी स्थिति को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम्मेदार हैं। पीएम मोदी इवेंट मैनेजर हैं। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब तक कोरोना समझ ही न आया है। राहुल ने कहा कि आज तक पीएम मोदी ये न समझ पाए हैं कि कोरोना सिर्फ एक बीमारी नहीं है, कोरोना एक बदलती हुई बीमारी है। अब तक देश की तीन फीसदी आबादी को ही कोविड का टीका लगा है। राहुल ने वैक्सीनेशन को ही कोरोना वायरस रोकने का स्थाई समाधान बताया है। उन्होंने ये भी कहा कि रास्ता दिखा रहा विपक्ष उनका दुश्मन नही है।
राहुल ने कहा, ‘यह समझने की जरूरत है हम कोरोना से लड़ाई लड़ रहे हैं। यह अपना रूप बदलता है। सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, मास्क, लॉकडाउन अस्थायी रूप से वायरस को रोकते हैं लेकिन ये स्थायी समाधान नहीं है। इस वायरस को हराने का स्थायी समाधान टीकाकरण है। जल्द से जल्द ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन कर हम इस महामारी को हरा सकते हैं। दुनियाभर के देशों में वायरस कैसे फैला है और इससे कैसे जंग लड़ी जा रही है, हमें इससे सीखने की जरूरत है।’
राहुल ने कहा, ‘जब मैं इसके बारे में सरकार को चेता रहा था तो लोगों ने कहा कि राहुल गांधी देश की जनता को डरा रहे हैं, लेकिन मैं लोगों को डरा नहीं रहा था, उनकी चिंता व्यक्त कर रहा था।’ कोरोना से मौतों के सरकारी आंकड़े से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘मैं दावे के साथ कह रहा हूं कि सरकार के आंकड़े झूठे हैं। मैंने हमारे मुख्यमंत्रियों से बात की और कहा कि आप जनता के सामने सही आंकड़े रखो। कोरोना के सही आंकड़े ही हमें इस बीमारी को हराने में मदद करेंगे।’
राहुल ने वैक्सीन से जुड़े सवाल पर कहा, ‘हम दुनिया के वैक्सीन कैपिटल हैं। वैक्सीन से परमानेंट सॉल्यूशन मिलेगा। जहां से वैक्सीन ले सकते हो, जितनी भी ले सकते हो, लो और वैक्सीन लगाओ। सरकार बहाने न बनाए। लीडरशिप का मतलब ये नहीं है कि मैं काम नहीं कर पाया तो इसकी गलती है, उसकी गलती है। लीडरशिप का मतलब है कि अपना दम दिखाएं कि मैं करूंगा। समय व्यर्थ न करें। जो आपकी मदद करने की कोशिश कर रहे हैं, जो आपको सच्चाई बता रहे हैं, चाहें वो विपक्ष के लोग हों, चाहें अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों हों, जिलाधिकारी हों, उनकी बात सुनिए। जब आप कहेंगे कि हमने सेकेंड वेव को हरा दिया है, थर्ड वेव आएगी।’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे लोगों की जान बचाने का मामला है और सरकार को समझना चाहिए कि विपक्ष उनका दुश्मन नहीं है। विपक्ष उनको रास्ता दिखा रहा है। उन्होंने हमारी बात मानी होती तो लाखों लोग इस महामारी से नहीं मरते।
आपको बता दें कि राहुल गांधी भारत में पहले नेता बने जिन्होंने कोरोना को लेकर चेतावनी देनी शुरू कर दी थी। वो भी उस समय जब मोदी सरकार अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप के स्वागत की तैयारी में लगी थी।
कोरोना संकट की आहट पर राहुल गांधी ने 12 फ़रवरी 2020 को पहली बार ट्वीट कर लिखा था, “कोरोना वायरस हमारे लोगों और हमारी अर्थव्यवस्था के लिए एक अत्यंत गंभीर खतरा है। मेरी समझ से सरकार इस खतरे को गंभीरता से नहीं ले रही है। समय पर कार्रवाई महत्वपूर्ण है।”