जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशियों की सूची जारी करने के दौरान भाजपा पर बरसे संजय सिंह
जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशियों की सूची जारी करने के दौरान भाजपा पर बरसे संजय सिंह
ग़ाज़ियाबाद
आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने गाजियाबाद में रविवार को प्रेसवार्ता कर 309 जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशियों की सूची जारी की। यह प्रथम और द्वितीय चरण में होने वाले चुनाव के प्रत्याशियों की सूची है जिसमें 17 वर्तमान प्रधान, 11 जिला पंचायत सदस्य , 2 डॉक्टर, 6 पूर्व बीडीसी, 8 पूर्व प्रधान, 7 पूर्व जिला पंचायत सदस्य, 16 जिला पंचायत का चुनाव लड़ चुके कैंडिडेट, 54 किसान, 23 गृहिणी, 4 वकील, 51अन्य, 36 सोशल वर्कर समेत 74 अन्य वर्गों से जुड़े हुए लोग सूची में शामिल है। इस दौरान संजय सिंह ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। संजय सिंह ने जनता से भाजपा को सबक़ सिखाने की अपील की है।
संजय सिंह ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने बिजली, पानी, चिकित्सा, शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया है। जिसे हम उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में लोगों के बीच जाकर केजरीवाल मॉडल को बताने का काम करेंगे। संजय सिंह ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग की गतिविधियां समझ से परे हैं, उन्होंने बताया कि 11 अप्रैल को प्रत्याशी को सिंबल मिलेगा वह 12 अप्रैल को पोस्टर बैनर छपवाएगा, 17 को चुनाव प्रचार बंद हो जाएगा, 19 अप्रैल को पहले चरण का चुनाव है ऐसे में महज 5 दिन में एक प्रत्याशी भला अपना प्रचार 50 हजार जनता के बीच कैसे कर पाएगा। उन्होंने बताया कि पर्चा खरीदने के लिए महज एक खिड़की है, जहाँ भाजपा के लोग सेटिंग से पर्चा खरीद ले रहे हैं, लेकिन बाकी दलों वाले, निर्दलीय और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार काफी परेशानी झेल रहे हैं।
संजय सिंह ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा प्रत्याशियों का बुरा हाल है, ना केवल उत्तर प्रदेश के किसान बल्कि देश के किसान, भारतीय जनता पार्टी की दमनकारी नीतियों से बेहद आहत और गुस्से में है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता से अपील की गई है जिला पंचायत के चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएं। क्योंकि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पिछले 4 वर्षों के कार्यकाल में दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों पर विशेषकर किसानों के साथ अन्याय, अत्याचार,जुल्म किया है। हाथरस में गरीब की बेटी को रात में 2 बजे जबरन जला दिया गया, कानपुर में 8 पुलिस के जवान शहीद हुए, तीन बार के विधायक निर्वेन्द्र मिश्रा की हत्या कर दी गई, जय प्रकाश पाल की एसडीएम और सीओ की मौजूदगी में बलिया में हत्या कर दी गई, नौजवानों को लाठियों से बर्बरता पूर्वक पीटा गया, शिक्षामित्र सुहागिन महिलाओं को सर मुंडवाना पड़ा, इन सारे सवालों का अत्याचारों का जवाब देने का वक्त है। किसानों को आतंकवादी कहने वाली सरकार को सबक सिखाने का यह वक्त है। अपने वोट की ताकत से भाजपा के प्रत्याशियों की जमानत जब्त कराएं।
उत्तर प्रदेश में अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ा है। कोरोनाकाल में ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर में घोटाला हुआ इन सवालों का जवाब देने का वक्त आया है। जनता इसमें अपनी भूमिका निभाएगी। उन्होंने रोजगार के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि ग्राम पंचायत अधिकारियों की भर्ती योगी सरकार ने अपनी अक्षमता के चलते हुए रद्द कर दी, ऐसे दो- तीन सफल अभ्यर्थियों ने आत्महत्या कर ली, ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, योगी सरकार नौजवान विरोधी है प्रदेश में जंगलराज चल रहा है, आये दिन बलात्कार, हत्या, लूट डकैती की घटनाएं आम हो गई है । अपराधियों, माफियाओं को योगी सरकार का संरक्षण प्राप्त है, उनके हौसले बुलंद है जिसकी वजह से आज पुलिस भी यूपी में सुरक्षित नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी की हालत सुधारने के बजाय बंगाल, तमिलनाडु, हैदराबाद में जा जाकर रैलियां कर रहे है और वहां की जनता को बरगलाने का काम कर रहे है।
प्रेसवार्ता में दिल्ली के विधायक मदनलाल, प्रदेश प्रवक्ता तरुणिमा श्रीवास्तव, प्रदेश सचिव मीनाक्षी श्रीवास्तव, अलीगढ़ जिला प्रभारी अक्षय आर्य, हुदा जरीवाला, धीरेंद्र प्रताप सिंह, जिलाध्यक्ष चेतन त्यागी, सचिन शर्मा, विनय पटेल, वसीम भारती, विकास शर्मा, आर पी पांडे आदि उपस्थित रहे।