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आम आदमी पार्टी की चेतावनी ‘शांति से या बहुजन की क्रांति से अब मंदिर तो वहीं बनेगा जहां पहले था’

नई दिल्ली। तुगलकाबाद में संत गुरु रविदास जी के मंदिर को ढहाये जाने के खिलाफ आज दिल्ली के रामलीला मैदान में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ। दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की अगुवाई में आम आदमी पार्टी के हजारों कार्यकर्ता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। सभी कार्यकर्ता रानी झांसी रोड स्थित डॉ. अम्बेडकर भवन पर इकट्ठा हुए और यहां से विरोध-प्रदर्शन करते हुए रामलीला मैदान पहुंचे।

राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि दिल्‍ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने केंद्र सरकार के इशारे पर करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक इस मंदिर को ढहा दिया। इस मामले को लेकर मैंने 12 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को खत लिखा था, लेकिन उस पर कोई जवाब नहीं आया। यह बीजेपी की दलितों के प्रति दूषित मानसिकता को दर्शाता है। आम आदमी पार्टी की मांग है कि मंदिर को दोबारा वहीं स्थापित कराया जाए। हालांकि केंद्र सरकार के सुस्त रवैये को देखकर लगता है उन्हें इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। वह जान-बूझकर समाज के लोगों की भावनाओं को ठेस  पहुंचाने का काम कर रही है।

उन्होंने ये भी कहा कि लंबे समय से बीजेपी सत्ता में है। मंदिर-मस्जिद की राजनीति में ही उसका समय गया है। लेकिन ऐसा लगता है कि वह दलितों के मंदिर को मंदिर नहीं मानती। उसके कार्यकाल में देश में जगह-जगह दलितों के आदर्श महर्षि वाल्मिकी,रविदास जी के मंदिर गिराए जा रहे हैं। बुद्ध, आंबेडकर की मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं। दलितों के महापुरुषों को कोई स्थान नहीं दिया जा रहा है।

गौतम ने ये भी कहा कि यह ऐतिहासिक मंदिर है, 1509 में यहां संत रविदास जी आए थे। समाज के दो साधकों की समाधि है। यहां तालाब का नाम भी समाज के नाम पर रखा गया था। 1959 में बाबू जगजीवन राम ने यहां का पट्टा करवाया था। समाज में सभी को सम्मान मिलना चाहिए। सभी को समानता का अधिकार मिलना चाहिए। अगर बीजेपी नहीं चाहती थी तो 10 अगस्त को तुगलकाबाद में संत रविदास का मंदिर आख़िर डीडीए ने कैसे गिराया? 

राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि आम आदमी पार्टी शुरू से ही मंदिर को गिराए जाने का विरोध कर रही है। अगर बीजेपी चाहती तो मंदिर को बचाया जा सकता था। मंदिर से ग्रीन बेल्ट को भी कोई नुकसान नहीं हो रहा था। यह सड़क के किनारे स्थित है। उसके बाद भी डीडीए ने इसे हटवा दिया जो बीजेपी की दूषित मानसिकता का परिचय है।

इस मौके पर अंबेडकर नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक अजय दत्त ने कहा कि मंदिर गिराए जाने को लेकर हमने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी। ये मंदिर डीडीए ने ढहाया है। डीडीए केंद्र के अधीन काम करती है। फिर भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी हर संभव मदद के लिए हमेशा तैयार हैं। भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है। भाजपा दलितों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है।

विरोध प्रदर्शन में शामिल आम आदमी पार्टी, एससी-एसटी विंग के अध्यक्ष और निगम पार्षद कुलदीप कुमार ने कहा कि शांति से या बहुजन की क्रांति से अब मंदिर तो वहीं बनेगा जहाँ पहले था। जब राम मंदिर की जगह नहीं बदली जा सकती है तो दलितों की भावनाओं के केंद्र रविदास जी के मंदिर की भी जगह नहीं बदली जा सकती है। मोदी सरकार जितना देरी करेगी उतना ही बहुजन समाज आंदोलित होगा, जिसकी ज़िम्मेदारी भाजपा की केंद्र सरकार की होगी। रामलीला मैदान में हुए इस विरोध प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी के कई विधायक, हजारों की संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक शामिल हुए।

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