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CM गहलोत को एक और बड़ा झटका, ट्राइबल पार्टी ने अपने विधायकों से कहा- ‘किसी को वोट न दें’

नई दिल्ली: राजस्थान में राजनितिक उठापटक के बीच एक और मोड़ आता नजर आ रहा है  उप सीएम सचिन की बग़ावत के कारण परेशान सीएम गहलोत को एक और झटका लगा है, सरकार को समर्थन दे रही भारतीय ट्राइबल पार्टी ने अपने दोनों विधायकों को पत्र जारी कर कहा है कि वे सदन में फ़्लोर टेस्ट के लिए वोटिंग के दौरान तटस्थ रहें, ऐसे में यह सरकार के लिए एक नई मुश्किल का सबब बन सकता है क्योंकि बीजेपी के कई नेताओं ने कहा है कि गहलोत सरकार अल्पमत में है और उन्होंने फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है,

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेशभाई सी. वसावा की ओर से जारी पत्र में विधायकों से कहा गया है, ‘वर्तमान राजनीतिक संकट में दोनों विधायक फ़्लोर टेस्ट के दौरान न तो कांग्रेस, न ही बीजेपी, न अशोक गहलोत और न ही सचिन पायलट को वोट देंगे, आप दोनों तटस्थ रहेंगे,’  पार्टी ने विधायकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर आप पार्टी के व्हिप की अनदेखी करते पाए जाएंगे तो पार्टी की ओर से अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी,

विधानसभा की 200 सीटें हैं, कांग्रेस के पास 107 विधायक हैं, इन 107 में से 6 विधायक बीएसपी के भी हैं, ये सभी विधायक पाला बदल कर पिछले साल कांग्रेस में शामिल हुए थे, कांग्रेस के पास 11 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है, इसके अलावा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दो और राष्ट्रीय लोकदल के एक विधायक का समर्थन कांग्रेस के पास है, निर्दलीय और छोटी पार्टियों के कुल 14 विधायकों के समर्थन के कारण 121 विधायकों का समर्थन कांग्रेस को हासिल है, पहले यह आंकड़ा 123 था लेकिन भारतीय ट्राइबल पार्टी की ओर से जारी पत्र के बाद यह आंकड़ा 121 रह गया है

दूसरी ओर, बीजेपी के पास 72 विधायक हैं और उसे राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन और दो निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है, यह संख्या 77 बैठती है, कांग्रेस ने सोमवार को एक बार फिर कहा है कि उसके पास 109 विधायकों का समर्थन है जबकि पायलट गुट का दावा है कि गहलोत सरकार अल्पमत में है और 30 विधायक उसके साथ हैं, सोमवार सुबह, कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट से कई बार बात की है, इसके अलावा राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने भी पायलट से बात की है,

सुरेजवाला ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों से भी बातचीत की गई है, अगर कोई समस्या है तो कांग्रेस आलाकमान इसका हल निकाल लेगा लेकिन व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा के कारण राजस्थान की सरकार को अस्थिर करना गलत है, सुरजेवाला ने कहा कि हम कांग्रेस के सभी विधायकों से अपील करते हैं कि वे इस बात को समझें कि राजस्थान का हित व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा से बड़ा है, सुरजेवाला ने कहा कि अगर आप परिवार से टूट कर कहीं जाएंगे तो आपका भी नुक़सान होगा और परिवार का भी लेकिन हमें उम्मीद है कि हमारे साथी ऐसा नहीं करेंगे, उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस आलाकमान हर मुद्दे पर बात करने के लिए तैयार है

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