नई दिल्ली : भाजपा शासित एसडीएमसी की स्टैंडिंग कमेटी में कल दिल्ली में साफ-सफाई कार्य का निजीकरण करने को लेकर एक प्रस्ताव लाने जा रही है। इस पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला किया। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि बीजेपी शासित एसडीएमसी कल स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में दलित विरोधी प्रस्ताव ला रही है। वह प्रस्ताव सफाई कर्मचारियों के जीवन को बर्बाद कर देगा। विधायक राखी बिड़लान ने कहा कि भाजपा शासित एसडीएमसी के लाए जा रहे प्रस्ताव के तहत दिल्ली की साफ सफाई व्यवस्था को निजी कंपनियों को सौंप दिया जाएगा। इससे दिल्ली के सफाई कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे। विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि आम आदमी पार्टी ऐसे भेदभावपूर्ण और दलित विरोधी प्रस्ताव का अंत तक विरोध करेगी और सफाई कर्मचारियों के साथ खड़ी रहेगी। विधायक अजय दत्त ने कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता कल दोपहर 12 बजे सिविक सेंटर स्थित एसडीएमसी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
भाजपा दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में कल एमसीडी कर्मचारियों के निजीकरण को लेकर एक प्रस्ताव लाने वाली है। इस प्रस्ताव के विरोध में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक, दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष राखी बिड़लान, विधायक कुलदीप और अन्य विधायकों ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की। दुर्गेश पाठक ने मंगलवार को कहा कि भाजपा की मानसिकता दलित वर्ग, पिछड़े वर्ग और गरीब लोगों का शोषण करने की रही है। हाथरस की घटना हो या बलिया में पाल समाज पर अत्याचार, लोगों ने भाजपा की असलियत देखी है। जनता पर अत्याचार देखा है। हमने भाजपा के नेताओं के बयान भी देखे हैं, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बयान दिया था कि भाजपा का लक्ष्य देश में आरक्षण को खत्म करना है।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा के नेताओं का पहले दिन से ही लक्ष्य रहा है कि किस तरह से पिछड़े वर्ग के लोगों का आरक्षण खत्म किया जाए और उनपर अत्याचार किया जाए। भाजपा शासित साउथ एमसीडी कल यानी बुधवार को एक बेहद ही खतरनाक प्रस्ताव स्टैंडिंग कमेटी में लाने जा रही है। भाजपा शासित एमसीडी सफाई कर्मचारियों के निजीकरण का प्रस्ताव कल सदन में पेश करने वाली है। अगर यह प्रस्ताव पास हो गया तो दिल्ली के सभी कर्मचारी पूंजीपतियों और प्राइवेट कंपनियों के गुलाम हो जाएंगे। इस प्रस्ताव में बेहद ही खतरनाक बातें लिखी गई हैं जो कर्मचारियों के खिलाफ हैं। हम इस काले कानून का कड़ा विरोध करते हैं। एमसीडी के सफाईकर्मी और आम आदमी पार्टी के सभी पार्षद कल 12 बजे सिविक सेंटर के बाहर धरना देंगे। हम दिल्ली के लोगों से भी अपील करते हैं कि वो इस काले कानून के विरोध में खड़ें हों और सफाईकर्मयों का समर्थन करें।
विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़लान ने कहा कि भाजपा की नीतियां शुरू से ही दलित विरोधी रही हैं। गरीबों पर अत्याचार करना भाजपा का प्राथमिक उद्देश्य और इतिहास रहा है। एमसीडी में पिछले 14 सालों से भाजपा की सरकार है। आज एमसीडी के कर्मचारियों, डॉक्टरों और शिक्षकों को वेतन तक नहीं मिल पा रहा है। भाजपा शासित एमसीडी के अंतर्गत काम करने वाले कर्मचारियों का मानसिक और आर्थिक शोषण किया जा रहा है। कल साउथ एमसीडी में भाजपा एक ऐसा प्रस्ताव लाने वाली है जिसकी वजह से पूरे वाल्मीकि समाज की रोजी रोटी पर आफत बन आएगी। सफाई का काम निजी क्षेत्र के लोगों को देकर साउथ एमसीडी सफाई कर्मचारियों और वाल्मीकि समाज को अपंग बनाना चाहती है।
राखी बिड़लान ने आगे कहा कि एक तरफ तो एमसीडी के कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है दूसरी तरफ यह काला कानून लाकर वाल्मीकि सामज की रोटी छीनने का काम भाजपा शासित एमसीडी करने जा रही है। इस काले कानून के तहत नगर निगम के वार्डों की सफाई को निजी हाथों में सौंपकर भाजपा एमसीडी में ठेकेदारी प्रथा को बढ़ाना चाहती है। आम आदमी पार्टी इस काले कानून को पुरजोर विरोध करती है। भाजपा द्वारा सफाईकर्मयों पर किसी भी तरह के अत्याचार और उनके अधिकारों के हनन को आम आदमी पार्टी बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी। पार्टी सफाई कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
कोंडली से आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि दिल्ली में वाल्मीकि समाज एक बहुत बड़ी संख्या में रहता है और लगभग-लगभग पूरा समाज ही दिल्ली की सफाई के काम में कार्यरत है और उसी के जरिए अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा है। यह बेहद ही गंभीर बात है कि भारतीय जनता पार्टी शासित नगर निगम इस विभाग को निजी कंपनियों के हाथों में देना चाहती है। उन्होंने कहा यदि ऐसा हुआ तो पूरे वाल्मीकि समाज के ऊपर संकट आ जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि निजी कंपनियों के हाथों में सफाई कर्मचारियों को सौंपने के बजाय इस प्रोजेक्ट पर जो भारतीय जनता पार्टी पैसा खर्चा करेगी, वही पैसा सफाई कर्मचारियों का वेतन देने पर खर्च कर दिया होता तो आज यह स्थिति ही नहीं आती। भाजपा शासित नगर निगम के अधीन काम करने वाले दिल्ली के सफाई कर्मचारी आज अपने वेतन के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। कुलदीप कुमार ने कहा की यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी भारतीय जनता पार्टी समय समय पर अपना दलित विरोधी चेहरा जनता के सामने प्रस्तुत करती रही है। पहले भी कई बार उन्होंने सफाई कर्मचारियों के अधिकारों का हनन करने की कोशिश की है और उन अधिकारों को पाने के लिए समय-समय पर सफाई कर्मचारियों ने आंदोलन, विरोध प्रदर्शन किए हैं। अंततः आज भारतीय जनता पार्टी का दलित विरोधी चेहरा दिल्ली और देश की जनता के सामने बेनकाब हो ही गया है।
यह प्रस्ताव जो भारतीय जनता पार्टी सदन में लेकर आ रही है, यदि पास हुआ तो पूरी दिल्ली का सफाई कर्मचारी भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगा। आम आदमी पार्टी पहले भी उनके साथ खड़ी थी और आगे भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष में खड़ी रहेगी।
आम आदमी पार्टी के विधायक अजय दत्त ने कहा कि जब से देश में भाजपा की सरकार बनी है तब से लेकर आज तक भाजपा की नीतियों से ना तो किसी दलित का फायदा हुआ और ना ही किसी गरीब का फायदा हुआ है। अब भारतीय जनता पार्टी एक ऐसा काला कानून पास करने जा रही है जो गरीब, पिछड़े और दलित समाज की रोजी रोटी पर लात मारने का काम करेगा। दिल्ली में रहने वाला वाल्मीकि समाज जो दिल्ली की सफाई के काम में कार्यरत है। महज पांच से छह हजार रुपए महीना कमा कर अपने परिवार का पालन पोषण किस प्रकार से कर रहा है, किस प्रकार बच्चों को शिक्षा उपलब्ध करा रहा है, यह सोचने का विषय है। परंतु भारतीय जनता पार्टी से यह भी बर्दाश्त नहीं हो रहा है। इस काले कानून के जरिए भाजपा चाहती है कि दिल्ली में रहने वाला वाल्मीकि समाज, दलित समाज जो अपना परिवार किसी प्रकार से चला पा रहा है, अपने बच्चों को किसी प्रकार से शिक्षा दिला पा रहा है उसको भी खत्म कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी केवल और केवल अपने कुछ बड़े पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचाने की मंशा से यह काला कानून लेकर आ रही है।