नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने भाजपा शासित नार्थ एमसीडी में व्याप्त भ्रष्टाचार पर आज फिर हमला बोला। आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा की मौजूदा दलित महिला पार्षद ने ही भाजपा शासित एमसीडी में व्याप्त भ्रष्टाचार का कच्चा चिट्ठा खोल कर रख दिया है।
नार्थ एमसीडी में भाजपा पार्षद ज्योति ने 8 मार्च 2021 को पत्र लिख कर उपराज्यपाल, सीएम अरविंद केजरीवाल और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग से भ्रष्टाचार की शिकायत की हैं।
उन्होंने कहा, भाजपा पार्षद ने नार्थ एमसीडी के महापौर जय प्रकाश, स्थाई समिति के अध्यक्ष छैल बिहारी गोस्वामी, निगम के नेता सदन योगेश कुमार वर्मा, आयुक्त ज्ञानेश भारती और आयुक्त आदि पर भू-माफियाओं के साथ मिलकर दलित वार्ड में विकास कार्य रोकने का आरोप लगाया है। वे अब तक तीन दर्जन शिकायतें कर चुकी हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमने ऐसी कई प्रेस वार्ता की हैं, जिस में दिल्ली नगर निगम के अंदर व्याप्त भ्रष्टाचार पर एमसीडी की ही ऑडिट रिपोर्ट को उजागर की है।
अक्सर हमने भाजपा के चुने हुए पार्षदों, मेयर, स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्षों के ऊपर जो आरोप लग रहे हैं, उनको भी हमने उजागर किया है। हमने यह भी बताया है कि कैसे भाजपा के एक पार्षद रंगे हाथ 10 लाख रुपए बिल्डिंग डिपार्टमेंट की तरफ से एक घर बनाने वाले व्यक्ति से लेते हुए सीबीआई द्वारा पकड़े गए।
आज एक नई कहानी मीडिया के माध्यम से दिल्ली की जनता के सामने लाना चाहते हैं। भाजपा की चुनी हुई एक दलित महिला पार्षद खुद अपने लेटर हेड पर लिखकर दिल्ली नगर निगम के अंदर व्याप्त भ्रष्टाचार का पूरा कच्चा चिट्ठा खोल रही हैं।
उन्होंने यह शिकायत उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री केजरीवाल, और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सापला को की है। शिकायत के अंदर उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नांगलोई की वार्ड नंबर 37 से भाजपा की चुनी हुई महिला पार्षद ज्योति रोछैया 8 मार्च 2021 को स्वयं पत्र लिखकर पूरा ब्यौरा दे रही हैं।
उन्होंने शिकायत पत्र का विषय लिखा है कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जयप्रकाश, स्थाई समिति के अध्यक्ष छैल बिहारी गोस्वामी, निगम के नेता सदन योगेश कुमार वर्मा, आयुक्त ज्ञानेश भारती और निगम के अन्य उच्च अधिकारियों द्वारा भू-माफियाओं के साथ मिलकर दलित वार्ड के विकास कार्य को रोकने और प्रार्थी के परिवार को झूठे मुकदमे में फंसाने, अव्यवहारिक कार्यों को करा कर हमें अपमानित व प्रताड़ित करने और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के खिलाफ शिकायत है।
यह शिकायत भाजपा की मौजूदा पार्षद अपने ही मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन और निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती के खिलाफ कर रही हैं। इसके अंदर उन्होंने बताया है कि उन्होंने अपने वार्ड में दर्जनों अवैध निर्माणों के बारे में सूचीबद्ध जानकारी दी और निगम से पत्र लिखकर जानकारी मांगी कि निगम ने इसके ऊपर क्या कार्रवाई की, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं आया।
उनके यहां और भी अवैध कार्य हो रहे हैं, उसके लिए उन्होंने जानकारी मांगी, लेकिन उसकी भी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। यहां तक कि अतिक्रमण को हटाकर जहां पर सरकारी जमीन पर नाले और सड़क बनानी है, उस काम को भी भाजपा के चार-पांच नेता भू-माफियाओं के साथ मिलकर सारे काम रोक रखे हैं।
उन्होंने शिकायती पत्र में यह भी कहा है कि जैसा कि मैंने अप्रैल 2017 में भाजपा के टिकट पर उत्तरी दिल्ली नगर निगम में अकेली दलित महिला चुनाव जीतकर पार्षद बनी। उसके पश्चात आज तक निर्माण समिति, निर्माण विभाग से संबंधित विभिन्न कार्य विचाराधीन है।
इस संबंध में क्षेत्रीय सांसद को भी 30 से 40 बार शिकायतों का निपटारा करने के लिए प्रार्थना पत्र दे चुकी हूं। इस तरह से उन्होंने अभी तक तीन दर्जन शिकायतें दी हैं, जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है।