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समाचार क्लिपिंग सेवा के लिए विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने पर शफीकुल हसन को बधाई

नई दिल्ली : इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सोशल मीडिया पर ‘न्यूज क्लिपिंग सर्विस’ लिए शफीकुल हसन ने सम्मान प्राप्त किया। उनके इस अनूठे कार्य के लिए उन्हें गणमान्य लोगों ने बधाई दी है।

पत्रकारिता की दुनिया में अनूठा काम करने वाले शफीकुल हसन ने वैश्विक स्तर पर एक और पुरस्कार जीता है। उन्हें सबसे लंबी समाचार क्लिपिंग सेवा का विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने के लिए इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा पुरस्कार के लिए चुना गया है। विश्व स्तरीय पुरस्कार प्राप्त करने पर, शफीकुल हसन को बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों से देश की महत्वपूर्ण हस्तियों द्वारा बधाई मिली है। ज्ञात हो कि शफीकुल हसन ने 24 जून 2018 को अपनी ये सेवा को शुरू किया था जो 23 मार्च 2020 तक जारी रही। कुल मिला कर ये उन्होंने 1000 दिनों तक मुसलसल बिना किसी लालच या लाभ के अपनी ये सेवा अंजाम दी।

इस सेवा के 3 साल बिना किसी देरी के पूरे हो गए। यह श्रृंखला बीमार होने के कारण केवल 3 दिनों के लिए बाधित हुई और फिर शफीकुल हसन ने अपनी अनूठी सेवा के एक हजार दिन पूरे कर लिए। हालाँकि वह पहले कुछ अखबारों की क्लिपिंग्स को फेसबुक और ट्विटर पर साझा करता थे। लेकिन यह कुछ ही लोगों तक सीमित था।

24 जून को दिल्ली के पास एक ट्रेन में जुनैद की लिंचिंग की वारदात सामने आई इसके साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाहें और फर्जी खबरें फैलने लगीं। तभी उन्होंने लोगों को यथासंभव सच्ची और प्रामाणिक खबरों से परिचित करने का फैसला किया । और फिर, सभी अप्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, उन्होंने हर सुबह, ठीक आठ बजे प्रमुख उर्दू, हिंदी और अंग्रेजी अखबारों के विशिष्ट समाचार, संपादकीय और लेख भेजने शुरू कर दिए और जब यह सिलसिला शुरू हुआ, तो यह एक हजार दिनों तक जारी रहा। ।

इस अनूठी सेवा को मान्यता देते हुए इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने सोशल मीडिया पर ‘न्यूज क्लिपिंग सर्विस’ को सम्मानित करने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर, उन्हें देश और विदेश से बड़ी संख्या में बधाई संदेश मिले हैं। उन्हें जिन महत्वपूर्ण हस्तियों ने बधाई दी है उनमें प्रसिद्ध फिल्म निर्माता महेश भट्ट, वरिष्ठ पत्रकार शाहिद सिद्दीकी, मीम अफजल, सांसद कुंवर दानिश अली, प्रो. अख्तर उल-वासे, प्रो जे ऐ के तरीन, फिल्म निर्माता अजय कंचन, मिर्जा क़मरुल हसन बेग, सांसद नदीमुल हक, ज़हीरुद्दीन अली खान और खलीक-उर-रहमान के नाम उल्लेखनीय हैं।

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