नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में कल शाम (7 मई) तक 5980 कुल केस हो गए हैं। 7 मई को 448 नए केस सामने आए हैं और कल 389 लोग ठीक होकर घर गए हैं। दिल्ली में अभी तक कुल 1931 लोग ठीक हो चुके हैं। अभी जो लोग इलाज करा रहे हैं, उनमें से 87 लोग आईसीयू में हैं और 13 लोग वेंटिलेटर पर हैं।
जून-जुलाई में कोरोना के मामले ज्यादा बढ़ने की संभावना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि यह माॅडलिंग बड़े वैज्ञानिक और डाॅक्टर बनाते हैं। पहले भी मैथमेटिकल माॅडलिंग की गई थी। उस माॅडलिंग के हिसाब से जो संभावना जताई गई थी, उससे फिलहाल केस कम हैं। यदि डाॅक्टर कह रहे हैं कि जून-जुलाई में बढ़ेगा, तो संभव हो सकता है।
उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात को लेकर आदेश कर दिए गए हैं और अब उन लोगों को छोड़ा जा रहा है जो या तो ठीक हो गए हैं या जिन्होंने क्वरेंटाइन खत्म कर लिया है। दिल्ली में फंसे विदेशियों के संभवतः वीजा आदि की अवधि समाप्त हो चुकी होगी जिनके बारे में विदेश मंत्रालय को सूचित किया जा रहा है।
बुराड़ी में नव निर्मित 400 बेड के अस्पताल को कोविड केयर सेंटर के हिसाब से एक-दो दिन में शुरू करने जा रहे हैं। तो वहीं शराब खरीदने के लिए ई-कूपन प्राप्त करने में आ रही लोगों की दिक्कतों पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ई-कूपन सिस्टम कल (07 मई) ही शुरू किया गया है। हो सकता है कि वेबसाइट खुलने में थोड़ी दिक्कत आ रही है, उसे ठीक करा दिया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि कोरोना मरीजों का सरकार कोई आकंड़ा नहीं छुपा रही है, पूरे केस बताए जा रहे हैं। दिल्ली के अंदर 5980 लोग कोरोना मरीज हैं। इसमें डाॅक्टर भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना का कोई भी केस पाॅजिटिव आता है, तो उसे कोई छुपा नहीं सकता है। ऐसा संभव ही नहीं है कि पाॅजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उसे छिपा लिया जाए। जब तक रिपोर्ट नहीं आई है, तब तक नहीं कह सकते हैं, लेकिन रिपोर्ट आने के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों को बताना होता है। यदि आंकड़े छिपाने होते, तो कल हम 448 क्यों बताते? फिर हम 48 ही बताते। यह दिल्ली के अंदर अब तक का सबसे अधिक केस है। केस छिपाने का कोई मकसद नहीं है। दिल्ली के अंदर पिछले 10-15 दिन में मरीजों की संख्या दोगुनी हो चुकी है। दरअसल, पूरे विश्व में सबसे ज्यादा स्वास्थ्य कर्मियों में इसके संक्रमण का खतरा है। जो भी बीमार होता है, वह अस्पताल जाता है। पूरे विश्व में करीब 15 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हो रहे हैं। हमारे देश में लगभग 7-8 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हो सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने प्लंबर और इलेक्ट्रिशियन को आरडब्ल्यूए द्वारा प्रवेश नहीं देने की शिकायत पर कहा कि प्लंबर और इलेक्ट्रिशियन को कोई बुलाएगा, तभी जाएगा। बिना बुलाए कोई जा ही नहीं सकता है। आरडब्ल्यूए के अंदर कोई बुलाएगा, तभी वह जाएगा। ऐसा नहीं है कि वह प्लंबर है, तो बिना बुलाए जा सकता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में निर्माण कार्य की अनुमति दे दी गई है। प्रदूषण के दौरान निर्माण कार्य रूका हुआ था। उसे दोबारा शुरू करने में थोड़ा समय लगता है। बड़ी निर्माण साइटों के लिए कहा गया है कि वे अपनी साइट पर ही मजदूरों को रखें।
कोरोना जांच रिपोर्ट को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर रिपोर्ट 10-15 दिन में नहीं आई, तो उसका फिर कोई मतलब नहीं बनता है। दिल्ली सरकार ने आदेश दिए हैं कि 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट देनी ही होगी। अन्यथा सैंपल नहीं ले सकते हैं। कई लैब ने बहुत सारे सैंपल एकत्र कर लिए हैं और 10-15 दिन में रिपोर्ट दे रहे हैं। 15-20 दिन में रिपोर्ट लेकर क्या करेंगे? उसकी कोई प्रमाणिकता नहीं होती है। इसलिए दिल्ली सरकार ने यह आदेश दिया है। यदि किसी कारण से 24 घंटे में रिपोर्ट नहीं दे सकते हैं, तो किसी भी दशा में 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट देनी होगी, अन्यथा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।