नई दिल्ली: कोरोना वायरस का कहर दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत में भी दिखाई दे रहा है और पीएम मोदी इस वायरस के खात्मे को लेकर लगातार प्रयासरत हैं, पीएम मोदी ने सोमवार शाम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अन्य देशों में कार्यरत भारत के राजदूतों से बातचीत से पहले कई सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की, उन्होंने मानवता की सेवा करने के लिए भाग लेने वाले संगठनों के समर्पण और प्रतिबद्धता की प्रशंसा की,
प्रधानमंत्री मोदी ने सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद ट्वीट कर बताया कि आज सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि कोरोनो वायरस से लड़ने के लिए कैसे काम कर रहे हैं, इस बारे में विस्तार से बात की, वे जागरूकता फैला रहे हैं, सामाजिक दूरी पर जोर दे रहे हैं, गरीबों के लिए भोजन की व्यवस्था आदि करा रहे हैं, उनके सक्रिय प्रयास प्रशंसनीय हैं, उन्होंने आगे कहा कि सामाजिक संगठन दया और करुणा के अवतार हैं, उनका लोगों से गहरा जुड़ाव है और वे सामाजिक सेवा में सबसे आगे हैं, आज के समय में उनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है जब हम कोरोना वायरस के खतरे से जूझ रहे हैं,
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में समाज में सकारात्मक बदलाव सुनिश्चित करने में सामाजिक संगठनों की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है, आज मैंने प्रमुख सामाजिक कल्याण संगठनों के साथ बातचीत की, पीएम ने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने की दिशा में काम जारी रखने के लिए संगठनों की तारीफ की, सामाजिक संगठनों के साथ बैठक में पीएम मोदी के साथ पीएम के सलाहकार और नीति आयोग के चेयरमैन भी मौजूद रहे, पीएम मोदी ने कहा कि पूरा देश कोरोना की चुनौती का सामना करने में असीम लचीलापन और धैर्य का प्रदर्शन कर रहा है, महात्मा गांधी कहते थे कि गरीबों और दलितों की सेवा करना राष्ट्र की सेवा करने का सबसे अच्छा तरीका है,
सामाजिक संगठनों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन संगठनों की तीन विशेषताएं होती हैं- मानवीय दृष्टिकोण, बड़े पैमाने पर पहुंच और लोगों तथा एक सेवा मानसिकता के साथ जुड़ना, जिसके कारण वे अनुमानित रूप से विश्वसनीय हैं, उन्होंने कहा कि राष्ट्र एक अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहा है और इन संगठनों और उनके संसाधनों की सेवा की आवश्यकता है जैसे पहले कभी नहीं थी, पीएम मोदी ने इसके अलावा सोमवार शाम को विदेश में मौजूद कई देशों में तैनात भारतीय राजदूतों से संवाद किया, इस वीडियो क्रॉन्फ्रेंसिग में विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव हर्षवर्धन ऋंगला भी उपस्थित थे,
अब तक दुनियाभर में सात लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं, कई देशों में बसे या रह रहे भारतीय नागरिक भी इस वायरस की चपेट में फंस गए हैं, इस सबके बीच पीएम मोदी विदेश में मौजूद भारतीय राजदूतों से संवाद किया, लगभग सभी देशों में भारत के दूतावास हैं, वहां जो भी भारतीय राजदूत हैं उन सभी से पीएम मोदी ने सीधा संवाद किया और हालात के बारे में जानकारी ली,
राजदूतों से बातचीत करने से पहले पीएम मोदी कोरोना वायरस के मसले पर अभी तक कई क्षेत्रों के लोगों से सीधा संवाद कर चुके हैं, इसकी शुरुआत देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों से हुई थी, इसके बाद पीएम मोदी ने मेडिकल इंडस्ट्री, टीवी-प्रिंट-रेडियो मीडिया, आयुष क्षेत्र के लोगों से भी संवाद किया और सभी से कोरोना के खिलाफ जंग में सहयोग मांगा