नई दिल्ली : नए किस्म का कोविड-19 सामने आने के बाद ब्रिटेन में संक्रमण के तेजी से मामलों देखी जा रही है, नए कोविड-19 की रोकथाम के मद्देनज़र पीएम बोरिस जॉनसन ने कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन की घोषणा की है.

ये शुरूआती लॉकडाउन जैसा कड़े नियमों वाला है और सोमवार रात से ही लागू कर दिया गया है, मंगलवार से स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी, रिमोट स्टडी माध्यम से ही चलेंगे.

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बोरिस जॉनसन ने इस घोषणा के साथ ही लोगों से घर में रहने की अपील की, लॉकडाउन की घोषणा के साथ अब लोगों का घर से बाहर निकलना लगभग बंद हो जाएगा और सिर्फ़ ज़रूरी काम से ही लोग बाहर निकल सकेंगे.

अनुमान लगाया जा रहा है कि ये प्रतिबंध फरवरी के मध्य तक लागू रह सकते हैं, पीएम ने कहा, ”जिस तरह संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, यह स्पष्ट हो गया है कि हमें और मेहनत करने की ज़रूरत है, इसलिए हमें देशव्यापी लॉकडाउन लागू कर देना चाहिए.’

पीएम ने कहा कि लोग ज़रूरी कामों के लिए घर से बाहर निकल सकते हैं, जैसे- ज़रूरी सामान, ऑफ़िस जाने के लिए, अगर वर्क फ़्रॉम होम नहीं कर पा रहे हैं तो, एक्सरसाइज़, मेडिकल सहायता और घरेलू हिंसा से बचने के लिए बाहर निकल सकते हैं.

पीएम बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन के चीफ़ मेडिकल ऑफिसर्स को सुझाव दिया है कि देश में कोविड-19 अलर्ट लेवल-पांच पर कर दिया जाए, इसका मतलब है कि अगर तुरंत एक्शन नहीं लिया गया तो एनएचएस की क्षमता से अधिक मामले आ सकते हैं.

पीएम ने कहा कि ब्रिटेन में टीकाकरण का सबसे बड़ा प्रोग्राम शुरू हो चुका है और बाकी यूरोप के मुकाबले ज़्यादा लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है.

पीएम बोरिस ने कहा कि टीकाकरण में तेज़ी आ रही है, इसकी वजह ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन है, जिसका टीकाकरण आज से ही शुरू किया गया है.

पीएम ने कहा कि ”अगर सब ठीक रहा तो” फरवरी के मध्य तक सरकार को उम्मीद है कि चार प्राथमिकता वाले समूहों में सभी को वैक्सीन मिल जाएगी.

पीएम ने कहा, ”अगर इन समूहों में हम सभी को वैक्सीन देने में कामयाब रहे तो एक बड़ी आबादी को वायरस के रास्ते से हटा पाएंगे.”

बता दें कि ब्रिटेन में फाइजर और ऑक्सफ़ोर्ड वैक्सीन के जरिए इमरजेंसी वैक्सीनेशन का काम पहले ही शुरू किया जा चुका है.

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