नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर से केंद्र की मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया है। 370 को निष्प्रभावी बनाए जाने के बाद से कश्मीर घाटी में तनाव की स्थिती बनी हुई है। केन्द्र सरकार के इस फैसले के बाद कई राज्यों में लोगों ने जश्न मनाया। सोशल मीडिया पर कश्मीर में जमीन खरीदने और कश्मीर की लड़कियो से शादी करने जैसी विवादित टिप्पणी की जा रही हैं।
इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी ऐसा ही एक विवादित बयान दिया है। समाचार एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक खट्टर ने कहा है कि अब हम भी शादी के लिए कश्मीरी लड़की ला सकते हैं। बीते शुक्रवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा दिए गए इस इस विवादित बयान से विवाद खड़ा हो गया है। सीएम खट्टर ने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद अब लड़कियों को शादी के लिए कश्मीर से लाया जा सकता है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम कहा कि, ‘हमारे मंत्री ओपी धनखड़ कहते थे कि वह बिहार से ‘बहू’ लाएंगे। आजकल लोग कह रहे हैं कि कश्मीर का रास्ता साफ हो गया है। अब हम कश्मीर से लड़कियां लाएंगे।’ हरियाणा के सीएम का इस तरह का विवादित बयान पहली बार नही है नवंबर 2018 में उन्होंने बलात्कार को लेकर विवादित बयानबाजी की थी। उन्होंने कहा था कि बलात्कार और छेड़छाड़ की 80 से 90 फीसदी घटनाएं जानकारों के बीच होती हैं। कपल काफी समय के लिए इकट्ठे घूमते हैं, एक दिन अनबन हो जाती है तो उस दिन मुकदमा करवा देते हैं कि इसने मेरा बलात्कार किया।
लगातार दिये जा रहे विवादित बयान
ऐसा नही है कि इस तरह का विवादित बयान किसी भाजपा के नेता द्वारा पहली बार आया है, बल्कि लगातार इन विवादित बयानों का सिलसिला जारी है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली विधायक विक्रम सैनी ने भी इसी तरह की टिप्पणी की थी और हिन्दू-मुस्लिम युवाओ की जम्मू-कश्मीर की लड़कियों से शादी कराने को लेकर कहा कि खतौली विधानसभा के कार्यकर्त्ता बहुत उत्सुक हैं। जो कुंवारे हैं, उनकी शादी वहीं करा देंगे, कोई दिक्कत नहीं है।
विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले भाजपा के इस विधायक ने कहा था, ‘कश्मीर में महिलाओं पर कितना अत्याचार था। वहां की लड़की अगर यूपी के लड़के से शादी कर ले तो उसकी नागरिकता खत्म, भारत की नागरिकता अलग और कश्मीर की नागरिकता अलग यानी एक देश, दो विधान कैसे होना चाहिए? जो मुस्लिम कार्यकर्ता हैं, उन्हें भी खुशी मनानी चाहिए। शादी वहां की कश्मीरी गोरी लड़की से करो, हिन्दू-मुसलमान कोई भी हो, यह पूरे देश के लिए खुशी का विषय है।’
आज़म ख़ान के 'आंखों मे देखने वाले' बयान को अश्लील बताने वाले भाजपा सांसद और मीडिया भाजपा नेताओ और तथाकथित साध्वी द्वारा कश्मीर की बेटियों को लेकर की जाने वाली अभद्र बयानबाजी पर भी मुंह खोलेगा? वैसे इस देश में महिला आयोग भी है, क्या उसे BJP नेताओ के अमर्यादित बयान सुनाई नही पड़ते?
— Wasim Akram Tyagi (@akramtyagi) August 8, 2019
विक्रम सैनी ने आगे कहा था कि , ‘कार्यकर्ताओं के फोन आए कि खतौली में भी प्रोग्राम कर लो। मैंने सीओ साहब को फोन किया तो उन्होंने कहा कि आज रहने दो कल कर लेना। हमें भी इनपुट ले लेने को कहा कि क्या हो सकता है। योगी जी की पुलिस है। यहां कोई चूं नहीं करने वाला, इलाज कर देंगे, टांगे तुड़वा देंगे कोई बोल गया तो।’
कहां है महिला आयोग?
भाजपा नेताओ द्वारा कश्मीरी लड़कियों को लेकर आ रहे बयान पर न तो राज्य महिला आयोग कोई संज्ञान ले पाया है और ना ही राष्ट्रीय महिला आयोग की नींद टूटी है। अब महिला आयोग की चुप्पी पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं। पत्रकार वसीम अकरम त्यागी ने ट्विट करते हुए सवाल किया है कि आज़म ख़ान के ‘आंखों मे देखने वाले’ बयान को अश्लील बताने वाले भाजपा सांसद और मीडिया भाजपा नेताओ और तथाकथित साध्वी द्वारा कश्मीर की बेटियों को लेकर की जाने वाली अभद्र बयानबाजी पर भी मुंह खोलेगा? वैसे इस देश में महिला आयोग भी है, क्या उसे BJP नेताओ के अमर्यादित बयान सुनाई नही पड़ते?
इस देश मे महिला आयोग @NCWIndia भी है, और उसकी चेयरपर्सपन @sharmarekha भी हैं। लेकिन क्या कारण है कि आजम खान की सदस्यता रद्द करने की मांग करने वाली @sharmarekha मैडम पहले BJP विक्रम सैनी, मनघड़ंत साध्वी के अमर्यादित बयानो पर चुप रही? क्या अब @mlkhattar की बेहूदगी पर भी मौन रहेंगी? pic.twitter.com/FO5SZg8F7m
— Wasim Akram Tyagi (@akramtyagi) August 9, 2019
एक और ट्विट में त्यागी ने सवाल किया है कि इस देश मे महिला आयोग भी है, और उसकी चेयरपर्सपन रेखा शर्मा भी हैं। लेकिन क्या कारण है कि आजम खान की सदस्यता रद्द करने की मांग करने वाली रेखा शर्मा मैडम पहले BJP विक्रम सैनी, मनघड़ंत साध्वी के अमर्यादित बयानो पर चुप रही? क्या अब मनोहर लाल खट्टर की बेहूदगी पर भी मौन रहेंगी?