गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में हुये ऑक्सीजन हादसे के बाद सुर्ख़ियों में आये डॉ कफ़ील ने देशवासियों को सम्बोधित करते हुये जेल से अत्यंत मार्मिक पत्र लिखा है। डॉ कफ़ील अलीगढ़ में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में इस समय मथुरा जेल में बन्द हैं।
डॉ कफ़ील के नाम से वायरल हो रहे इस पत्र में डॉ कफ़ील देशवासियों को सम्बोधित करते हुये लिखते हैं
“मेरे प्यारे देशवासियों”
सरकार का कहना है कि मेरी रिहा होने से प्रदेश की क़ानून व्यवस्था बिगड़ जायेगी। लॉ एंड ऑर्डर मैं क्यों तोड़ूंगा? क्या मैं अपराधी हूँ? अरे रिहाई होती तो सबसे पहले मैं बिहार,असम, केरल का रुख करता। क्योंकि बाढ़ के बाद जो तबाही हुई है और उसके बाद जो महामारी फैलती है उसको एक डॉक्टर, सच्चा देशभक्त हो के जैसा करता आया हूँ करता। कोरोना वॉरियर बन कर कोरोना महामारी को रोकने में मदद करता। रिसर्च करता शायद कोई नई दवा, नया इलाज का तरीका खोजने में सरकार की मदद करता।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज त्रासदी को भी इस अगस्त 2020 में 3 वर्ष हो गये।
बच्चों की जान बचाने में जो ज़िन्दगी मैंने लगाई, अब सरकार की राजहठ ने मुझे मेरे बच्चों से भी अलग कर दिया है। जेल की ख़ामोश दीवारों के पीछे दिल अपनी पत्नी,माँ और बच्चों के लिए तड़पता रहता है। न सही से खाया जाता है, न रोया जाता है। बस दिल करता है उनको गले लगा कर ख़ूब रोऊँ, ख़ूब बिलख बिलख कर सीने से लगा कर अपनी बिटिया और अपने बेटे जोकि अब सुना है बोलने लगा है, चलने लगा है खूब रोऊँ। दिल करता है माँ की गोद में एक सुकून कि नींद ले लूँ। भाई बहनों को गले लगा घन्टो सीने से लगाये रहूँ। ज़िन्दगी किस तरह का इम्तहान ले रही है। जब बाहर था तो मेडिकल कैम्प और बच्चों कि सेवा में अपने बच्चों से दूर रहा और जबसे ये सरकार आई बार-बार झूठे,मनगढ़ंत बेल्स फिक्सन्स केस बना कर जेल में सड़ाती टॉर्चर करती है।
इसे तो मैं राजहठ भी नही जैसा बाल्मीकि जी ने कहा यह बालहठ है। मेरी वाइफ 5 साल शादी को हुये हैं और ढाई साल मैंने उनसे दूर जेल में बिताये हैं पर वो बहुत स्ट्रांग हैं और मेरे साथ खड़ी हैं। मेरे परिवार को फाइनेंसली तोड़ दिया। भाई पर हमला हुआ, बड़े भाई का बिज़निस बर्बाद कर दिया। हमें लोअर कोर्ट से लेकर, हाई कोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट के चक्कर लगवाये। हमें खाने खाने को मोहताज कर दिया। क्यों,किसलिये, किस बात का डर है मुझसे इस सरकार को। मैंने ऐसा क्या कर दिया कि नेशनल सिक्योरिटी एक्ट मुझ पर लगा दिया। बस आप सबका बहुत बहुत शुक्रिया साथ देने का। उम्मीद करता हूँ राजा अपनी हठ छोड़ मुझे देश की सेवा का अवसर देंगे। उम्मीद है मैं अपनी बच्ची का बर्थडे इस बार तो ऑफेंड कर पाऊँगा।
डॉ कफ़ील खान
जय हिन्द जय भारत