नई दिल्ली : कृषि कानून के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को लेकर CM गहलोत ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है, CM गहलोत ने कई ट्वीट करके किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है.
CM गहलोत ने लिखा कि मोदी सरकार में बैठे अधिकारी कह रहे हैं कि, भारत में लोकतंत्र ज्यादा है, इसलिये यहां रिफॉर्म संभव नहीं हैं, ये बयान केवल सरकार को खुश करने के लिए है.
जिस प्रकार लोकतंत्र की आड़ में मोदी सरकार ने सभी संवैधानिक प्रक्रियाओं को ताक पर रख कर विभिन्न कानून पास किए हैं, मनमोहन सिंह ने सुधार किए तब कोई सड़क पर नहीं उतरा अब ऐसा क्या कारण है कि लोगों को सड़क पर उतरकर भारत बंद करना पड़ा.
CM गहलोत ने लिखा, भारत में उदारीकरण और उसके बाद रिफॉर्म मनमोहन सिंह के वित्त मंत्री एवं PM रहते समय हुये थे ,जिनकी बुनियाद पर देश की अर्थव्यवस्था टिकी है, लेकिन तब ना ही लोग सड़कों पर आये और ना ही किसी ने ठगा हुआ महसूस किया.
अब ऐसा क्या कारण है कि लोगों को सड़कों पर उतरकर भारत बंद का ऐलान करना पड़ा, ध्रुवीकरण की राजनीति करने वाले ये लोग, धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा दे रहे हैं, यह आने वाली पीढ़ियों के लिये खतरनाक है और वो इन्हें कभी माफ नहीं करेंगी.
CM गहलोत ने कहा, आज कोई भी मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है तो उसे देश विरोधी करार दे दिया जाता है, इनको समझना चाहिए कि सरकार के खिलाफ आवाज उठाना, अपने अधिकार मांगना देशद्रोह नहीं लोकतंत्र में सच्ची श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है.
ऐसी क्या जरूरत पड़ी कि 10 केंद्रीय मंत्रियों और BJP शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को किसान आंदोलन के खिलाफ उतरना पड़ा? क्योंकि मोदी सरकार ने किसानों और विपक्ष समेत किसी स्टेकहोल्डर से संवाद ही नहीं किया, अगर संवाद किया होता तो ऐसी जरूरत नहीं पड़ती.
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