नई दिल्ली : भारत बंद के बाद रात में अमित शाह और किसान नेताओं के बीच हुई बैठक में भी कोई नतीजा नहीं निकला, आनन-फानन में बुलाई गयी इस बैठक में कुल 13 नेता शामिल थे.
पहले बैठक की जगह को लेकर भ्रम बना रहा उसके बाद यह पता चलने पर कि बैठक शाह के घर पर हो रही है कुछ नेताओं ने वहां जाने से इंकार कर दिया, फिर पूसा स्थित आईसीएआर में आखिर बैठक तय हुई.
यहां किसान नेताओं के साथ बातचीत में अमित शाह ने एक बार फिर वही कानून में कुछ संशोधनों का प्रस्ताव दिया जिसे किसानों ने खारिज कर दिया.
शाह ने कहा कि कानून रद्द करने से कम पर कोई समझौता नहीं, और सभी किसान नेता कानून को खत्म करने की अपनी मांग पर बने रहे.
किसान नेताओं ने कहा कि सरकार का संशोधन भेजने का प्रस्ताव बताता है कि वह कानून को रद्द करने के लिए तैयार नहीं है.
बैठक के बाद हन्नान मोल्लाह ने कहा कि “आज की बैठक में गृहमंत्री ने इस बात को साफ कर दिया कि सरकार कानून नहीं रद्द करेगी, उन्होंने बताया आज सरकार उन संशोधनों को लिखकर देगी जिसे वह करने के लिए तैयार है.
संशोधनों से कुछ नहीं होने वाला है हम पूरा कानून ही रद्द करवाना चाहते हैं, हम संशोधनों को स्वीकार ही नहीं करेंगे, हम चाहते हैं कि पूरा कानून रद्द हो”.
मोल्लाह ने कहा कि “आज हमारी सिंघु बॉर्डर पर बैठक होगी उसके बाद ही अगले चक्र की वार्ता के बारे में आपको कोई जानकारी दे पाएँगे”.
मोल्लाह ने कहा कि “एक और बैठक होने की कोई उम्मीद नहीं है, आज की बैठक में कुछ निकल कर नहीं आया…..हम कल की बैठक में भाग नहीं लेंगे, वो कल एक पत्र देंगे, लेकिन वो जो भी उसमें लिखकर देने के लिए तय किए हैं उसे हम स्वीकार नहीं करेंगे, फिर से बैठक का कोई सवाल ही नहीं है”.
मोल्लाह ने कहा कि “बैठक बेकार थी……हम लोगों ने एकमत से उन्हें बता दिया कि हम संशोधन नहीं चाहते हैं हम कानून को रद्द करना चाहते हैं.
मोल्लाह ने कहा कि कानून रद्द करना संभव नहीं है, उसमें कठिनाई है, हमने कहा कि हम लोगों की कोई दूसरी मांग नहीं है.”
मोल्लाह ने कहा कि “सभी किसान संगठनों के नेताओं की कल सिंघु बार्डर पर दोपहर में बैठक होगी, अगर सरकार केवल संशोधन के बारे में बात करेगी तो उस पर आगे बात करने का कोई फायदा नहीं है….रिश्ता खत्म हो जाएगा.”
गुरुनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि “कल किसानों और सरकार के बीच कोई बैठक नहीं होगी”, उन्होंने कहा कि “सरकार कल अपने प्रस्ताव भेजेगी.
हम उस पर बात करेंगे और फिर तय करेंगे कि एक और बैठक की जरूरत है भी या नहीं, बातचीत में आज कोई प्रगति नहीं हुई, सरकार ने संशोधन का प्रस्ताव दिया जिसे हम लोगों ने खारिज कर दिया”.
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