शमशाद रज़ा अंसारी
ग़ाज़ियाबाद जिला प्रशासन की लापरवाही का खामियाज़ा मंगलवार को दो युवकों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। डूबते बच्चों को बचाने नहर में कूदे दो युवक बच्चों को तो बचा गये लेकिन ख़ुद डूब गये। पूरे मामले में सिंचाई विभाग की घोर लापरवाही सामने आई है।
मंगलवार दोपहर हिंडन नहर में लगभग 12 वर्ष के दो बच्चे हिंडन बैराज के पास नहाने के लिए नहर में गये। नहाने के दौरान बच्चे पानी में डूबने लगे। बच्चों को डूबता देख वहाँ से गुज़र रहे अर्थला निवासी सलमान एवं क़ासिम बच्चों को बचाने के लिए नहर में कूद गये। उन्होंने बच्चों को तो बचा लिया लेकिन इस दौरान ख़ुद गहरे पानी में डूब गये। उपस्थित लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद नहर में डूबे एक युवक सलमान के शव को बरामद कर लिया। जबकि दूसरे युवक क़ासिम का शव समाचार लिखे जाने तक नहर से बरामद नहीं हुआ है।
घटना की जानकारी देते हुये सीओ अंशु जैन ने बताया कि दो युवकों के नहर में डूबने का मामला सामने आया है। एक युवक का शव नहर से बरामद कर लिया गया है, जबकि दूसरे युवक के शव को तलाश करने के लिए एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई है। जल्द ही दूसरे युवक का शव भी बरामद कर लिया जाएगा। अंशु जैन ने कह कि यहाँ पर लोगों का आवागमन काफ़ी है,जोकि सुरक्षा की दृष्टि से सही नही है। सिंचाई विभाग से भी इस सम्बंध में पत्राचार किया जायेगा।
वहीँ इस घटना में सिंचाई विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बैराज के आसपास अर्थला, हिंडन विहार,इस्लामनगर, कैला भट्टा आदि जैसी बस्तियाँ हैं। गर्मी से निजात पाने के लिए आसपास की बस्तियों के बच्चे हिंडन बैराज के पास नहर में नहाने आजाते हैं। छोटे छोटे बच्चे नहर की पुलिया से छलांग भी लगाते रहते हैं। इस बात को लेकर कई बार सिंचाई विभाग को अवगत भी कराया गया। लेकिन बार-बार चेताने के बावज़ूद बच्चों की जान से लापरवाह सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कोई ध्यान नही दिया। बैराज के पास सुरक्षा का किसी तरह का कोई इंतज़ाम नही है। यदि प्रशासन ने समय रहते यहाँ पर सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम किये होते तो आज सलमान और क़ासिम ज़िंदा होते। प्रशासन की लापरवाही की वजह से दो घरों के चिराग़ हमेशा के लिए बुझ गये।
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