Header advertisement

ग़ाज़ियाबाद: वर्चस्व स्थापित करके रंगदारी वसूलने के लिए की गयी थी मोनू की हत्या

शमशाद रज़ा अंसारी

बढ़ती बेरोज़गारी, पुलिस का ख़त्म होता डर तथा नया जोश युवाओं को अपराध की दुनिया में धकेल रहा है। अपराध की दुनिया के पैसे की चकाचौंध युवाओं को आकर्षित कर रही है। पैसा और ताकत पाने के जूनून में युवा हत्या करने से भी नही चूक रहे हैं। गत 16 जुलाई को लोनी थाने के चिरोड़ी में हुई हलवाई की हत्या भी वर्चस्व स्थापित करने तथा आसान तरीके से पैसे कमाने के उद्देश्य से हुई। अभियुक्तों ने क़ुबूल किया है कि उनका मकसद हत्या करके क्षेत्र में भय व्याप्त करके लोगों से पैसा वसूलना था।

गत 16 जुलाई को बाइक पर आये दो युवकों ने चिरोड़ी में हलवाई की दुकान करने वाले मनोज उर्फ़ मोनू पुत्र राधेश्याम की गोली मार कर हत्या कर दी थी। बदमाश गोली मारने के बाद फ़रार हो गये। मृतक के रिश्तेदार घनश्याम दास ने लोनी थाने में अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा पंजिकृत कराया था। दिन दहाड़े हुये इस हत्याकांड से व्यापारियों में रोष व्याप्त था। व्यापारियों द्वारा विरोध में दुकानें भी बन्द की गयीं। व्यापारियों का आरोप था कि मृतक से बदमाशों द्वारा रंगदारी मांगी जा रही थी। जिसकी सूचना पुलिस को दी गयी। लेकिन पुलिस ने ढुलमुल रवैया अपनाते हुये कोई कार्यवाई नही की।

बदमाशों द्वारा युवक की हत्या करने के बाद पुलिस नींद से जागी और बदमाशों की तलाश में जुटी। जाँच के दौरान घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर अभियुक्त निखिल पुत्र वीरेन्द्र उर्फ बिन्दर तथा विनीत पुत्र विनोद निवासीगण गांव निठौरा थाना लोनी गाजियाबाद के नाम प्रकाश में आये। एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा पुलिस अधीक्षक देहात के नेतृत्व में 03 टीमें गठित की गयीं। इन टीमों द्वारा दिल्ली एनसीआर जनपद गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बागपत में लगातार अभियुक्तगणों की तलाश की जा रही थी। अभियुक्तों को जल्द पकड़ने के लिए स्वयं पुलिस अधीक्षक देहात द्वारा थाना लोनी पर चार दिनों से कैम्प करके दबिश के लिए टीमो का नेतृत्व किया गया।

पुलिस द्वारा किये गये अथक प्रयास रंग लाये। सोमवार को टीमों द्वारा दिन दहाड़े हुई इस हत्या की घटना का उस समय सफल अनावरण किया गया जब घटना में प्रकाश में आये मुख्य अभिगण निखिल व विनीत को मय इनके साथी नितिन ग्राम निठौरा को प्रातः 09.00 बजे खड़खड़ी रेलवे स्टेशन से मय घटना में प्रयुक्त मो0सा0 स्पलेण्डर सहित गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि हम लोगों का एक गैंग है। हम लोगों ने निश्चय किया था कि लोनी क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम करने, भय एवं आतंक स्थापित करने के लिए मर्डर करना है। जिससे लोग दहशत में आकर हमारी आर्थिक मांगे पूरी करते रहें। इस पर हम सभी ने सहमति जताई थी। निखिल ने योजना अनुसार शिवम से कहा कि तू एक तमंचे व कारतूस का इन्तजाम करेगा। शिवम ने तमन्चे व कारतूस का इन्तजाम किया तथा योजना अनुसार चिरोड़ी से एक बाइक लूटने के पश्चात निखिल व विनीत चिरौड़ी मार्केट गये और पीछे बैठे निखिल ने मो0सा0 से हलवाई की दुकान के सामने उतरकर दुकान में जाकर मालिक को तमन्चे से गोली मार दी। गोली मारने के पश्चात ये लोग भाग गये। इसके बाद यह पुलिस से बचने के लिये इधर उधर छिपते रहे। लेकिन आज पुलिस द्वारा दबोच लिए गये। अभियुक्तों के फ़रार साथियों की तलाश की जा रही है।

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने अभियुक्तों को पकड़ने वाली टीम को बीस हज़ार रूपये ईनाम देने की घोषणा की है। जनपद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में आये चेहरों के आधार पर इस हत्याकांड का खुलासा तो कर दिया लेकिन थाना सिहानी गेट क्षेत्र से गायब बिल्डर विक्रम त्यागी का केस पुलिस के लिए अभी भी चुनौती बना हुआ है। खुले हत्याकांड का खुलासा करके अपनी पीठ थपथपाने वाली जनपद पुलिस विक्रम त्यागी के मामले में मौन है। बिल्डर के परिजनों के अलावा तमाम जनपदवासियों की नज़र विक्रम त्यागी केस के खुलासे पर लगी हुई हैं।

No Comments:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *