सय्यद इकराम

मेरठ मण्ड़लायुक्त अनिता मेश्राम ने जिलाधिकारी अदिति सिंह के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 के अन्तर्गत जनपद की गम्भीर स्थिति को देखते हुये स्वास्थ्य विभाग के कार्याे की समीक्षा कर रही थी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी रेखा शर्मा ने मण्ड़लायुक्त को अवगत कराया कि जनपद में कोविड़-19 के 528 केस थे, जिनमे एक्टिव केस 299 हैं। 218 मरीज ईलाज के उपरन्त ठीक होकर घर चले गये हैं। जनपद में 11 व्यक्तियो की कोरोनो संक्रमण होने के कारण मृत्यु हो गयी हैं। जनपद में 46 कन्टंेनमेन्ट जोन थे, जिनमे से 17 ग्रीन जोन में चले गये है। वर्तमान में 29 कन्टेंनमेन्ट जोन है। जिनमे से 01 जोन ओरेन्ज श्रेणी में हो गया हैं।

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जनपद हापुड़ के शहरी क्षेत्र बुलन्दशहर रोड़ पर कोटला मेवितियान नया हाॅट स्पाॅट क्षेत्र चिन्हित हुआ हैं तथा पिलखुवा में घास मण्ड़ी व सर्वोदयनगर हाॅट स्पाॅट क्षेत्र हैं। आयुक्त ने कहा कि जनपद हापुड़ में इतनी संख्या में कोरोना संक्रमण का मिलना चिंता का विषय है। सील्ड़ क्षेत्र मंे कफ्र्यू वाली स्थिति रहनी चाहियें। स्क्रीनिंग कराते रहे तथा उसके आस-पास के क्षेत्रों में भी 14 दिनो तक आवाजाही बन्द रहें। स्वास्थ्य विभाग का अधिक फोकस पिलखुवा क्षेत्र में रहे। जिलाधिकारी अदिति सिंह के द्वारा भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को स्पष्ट निर्देष देते हुये कहा कि आर्यनगर पिलखुवा में रहने वाले सभी व्यक्तियों की स्क्रीनिंग कल शाम तक पूर्ण हो जानी चाहिये।

आयुक्त ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देषित किया कि पिलखुवा में होम्योपेथिक के कैम्प भी लगवा दिये जाये और वहां के लोगो में प्रचारित भी करें। कोरोना संक्रमण से रक्षात्मक उपाय हेतु भी लोगो को प्रेरित करें। उन्होंने अधिशासी अधिकारी पिलखुवा को निर्देषित किया कि आर्यनगर में मौहल्लों में सैनिटाईजेषन के उपरान्त हाइपोक्लोराईट की 1 ली0 की बोतल निःशुल्क वितरित करा दें तथा उन मौहल्लों में निगरानी समितियां सक्रिय रहे। हाई रिक्स क्षेत्र में कोरोना संक्रमण संघनता से जांच की जाये। कोविड अस्पतालो में आॅक्सीजन की पर्याप्त मात्रा रहे। आयुक्त द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अवगत कराया कि मण्ड़ल में एनटीजन टेस्ट कराया जायेगा जिसके लिये 25 व 26 जून को नोएड़ा में प्रषिक्षण कराया जायेगा।

प्रषिक्षण हेतु अपनी टीम को तैयार रखें। कोरनटाईन सेंटरों की भी विशेष देखभाल होनी चाहिये। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आॅक्सी मीटर से सेंटर में भर्ती लोगो की नियमित रूप पल्स चेक करते रहे तथा दिन में दो बार आॅक्सीजन का स्तर भी चेक कराते रहे। इसके उपरान्त नोन कोविड़ मरीजो का भी जनपद के अस्पताल व नर्सिंग होम विशेष ध्यान रखे। उनके इलाजो में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। हेल्प डेक्स पर तैनात कर्मचारी कार्यालयो में आने वाले व्यक्तियों में कोई भी कोविड का लक्षण दिखें तो स्वास्थ्य विभाग को तुरन्त अवगत कराया जाये। सभी अधिशासी अधिकारीगण जनपद के मुख्य बाजारो व सोपिंग सेंटरो पर कोविड़-19 के पोस्टरो को लगवाये। स्वास्थ्य विभाग मोबाईल कैम्प लगवाता रहे तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी व कोरनटाईन सैंटर के प्रभारी अधिकारी वहां की पूर्ण निगरानी व देखभाल रखें। बैठक में जिला स्तरीय सभी अधिकारी उपस्थित रहें

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