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हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का राइट हैंड अमर दुबे एनकाउंटर में ढेर

नई दिल्ली: विकास दुबे का सहयोगी और 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक अमर दुबे पुलिस मुठभेड़ में मारा गया, यह मुठभेड़ हमीरपुर ज़िले में हुई है, मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, विकास दुबे मंगलवार को फरीदाबाद के एक होटल में दिखा था, लेकिन पुलिस के पहुँचने से पहले ही भाग गया, एक हफ़्ते पहले घात लगाकर किए गए हमले में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद से ही विकास दुबे और उसके गैंग के सहयोगी फरार हैं, यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फ़ोर्स उनको तलाशने में जगह-जगह दबिश दे रही है, इसी बीच पुलिस को अमर दुबे के हमीरपुर में होने के बारे में ख़ुफिया सूचना मिली,

बता दें कि कानपुर देहात के बिकरू गाँव में गुरुवार देर रात को हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने हमला कर दिया था, इसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए, शहीद होने वालों में डिप्टी एसपी और बिल्होर के सर्किल अफ़सर देवेंद्र मिश्रा, स्टेशन अफ़सर शिवराजपुर महेश यादव भी शामिल थे, दो सब इंस्पेक्टर और चार सिपाही भी शहीद हुए हैं, इसके अलावा सात पुलिस कर्मी घायल हुए थे, बिकरू गाँव कानपुर देहात की शिवली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता है,

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा, ‘सहयोगी अमर दुबे कानपुर घटना में सह-अभियुक्त था और बुधवार सुबह मारा गया,’ उन्होंने आगे कहा कि हमीरपुर में स्थानीय पुलिस इकाई के समन्वय से एसटीएफ़ ने यह कार्रवाई की, कुमार ने कहा कि उस पर 25,000 रुपये का इनाम था, पुलिस ने मंगलवार को कहा था कि 40 टीमें और एसटीएफ़ खूंखार गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश कर रही है, राज्य के पुलिस प्रमुख ने कहा कि जब तक दुबे को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक पुलिस चैन नहीं लेगी,

‘एनडीटीवी’ ने सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट दी है कि कुख्यात अपराधी विकास दुबे मंगलवार को हरियाणा में फरीदाबाद के एक होटल में दिखा, इस रिपोर्ट के अनुसार होटल के एक सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति दिख रहा है जो दिखने में विकास दुबे जैसा है, लेकिन जब तक वहाँ रेड मारने पुलिस पहुँची उससे पहले ही विकास दुबे वहाँ से फरार हो चुका था, बता दें कि विकास दुबे पर 60 आपराधिक मुक़दमे दर्ज हैं, दुबे का नाम पहली बार चर्चा में तब आया था, जब उसने 2001 में उत्तर प्रदेश सरकार के तत्कालीन राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की पुलिस थाने के अंदर हत्या कर दी थी, शुक्ला राजनाथ सिंह की सरकार में मंत्री थे, विकास दुबे काफी समय से गैंग बनाकर लूटपाट और हत्याएँ कर रहा है और इसीलिए उसका एक लंबा आपराधिक इतिहास है

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