नई दिल्लीः आज पीएम मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मंथन में मुख्य तौर पर कोरोना को लेकर चर्चा की और कहा कि भारत में विशाल जनसंख्या के बावजूद कोरोना विनाशकारी नहीं हुआ है और देश में रिकवरी रेट 50 फीसदी के पास है, इस समय हमें बिलकुल भी असावधान होने की जरूरत नहीं है और मास्क के बिना बाहर जाने की कल्पना भी नहीं करनी चाहिए,
पीएम ने कहा कि भविष्य में जब कभी भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अध्ययन होगा, तो ये दौर इसलिए भी याद किया जाएगा कि कैसे इस दौरान हमने साथ मिलकर काम किया और को-ऑपरेटिव फेडरेलिज्म का सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया, पीएम ने कहा कि दुनिया के बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स, हेल्थ के जानकार, लॉकडाउन और भारत के लोगों द्वारा दिखाए गए अनुशासन की आज चर्चा कर रहे हैं, आज भारत में रिकवरी रेट 50 प्रतिशत से ऊपर है और आज भारत दुनिया के उन देशों में अग्रणी है जहां कोरोना संक्रमित मरीज़ों का जीवन बच रहा है, हमें इस बात का हमेशा ध्यान रखना है कि हम कोरोना को जितना रोक पाएंगे, उसका बढ़ना जितना रोक पाएंगे, उतना ही हमारी अर्थव्यवस्था खुलेगी, हमारे दफ्तर खुलेंगे, मार्केट खुलेंगे, ट्रांसपोर्ट के साधन खुलेंगे, और उतने ही रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे,
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां जो छोटे कारखाने हैं उन्हें गाइडेंस की बड़ी जरूरत है, पीएम मोदी ने कहा किवो जानते हैं कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों के नेतृत्व में इस दिशा में काफी काम हो रहा है, ट्रेड और इंडस्ट्री अपनी पुरानी रफ्तार पकड़ सकें, इसके लिए वैल्यू चेन पर भी हमें मिलकर काम करना होगा, पीएम मोदी ने कहा कि किसान के उत्पाद की मार्केटिंग के क्षेत्र में हाल में जो रिफॉर्म्स किए गए हैं, उससे किसानों को बहुत लाभ होगा, इससे किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए नए विकल्प उपलब्ध होंगे, उनकी आय बढ़ेगी और स्टोरेज के अभाव के कारण उनको जो नुकसान होता था, उसे भी हम कम कर पाएंगे,
पीएम मोदी ने कहा कि लोकल प्रोडक्ट के लिए जिस क्लस्टर बेस्ड रणनीति की घोषणा की गई है, उसका भी लाभ हर राज्य को होगा, इसके लिए ज़रूरी है कि हम हर ब्लॉक, हर जिले में ऐसे प्रोडक्ट्स की पहचान करें, जिनकी प्रोसेसिंग या मार्केंटिंग करके, एक बेहतर प्रोडक्ट हम देश और दुनिया के बाज़ार में उतार सकते हैं