नई दिल्ली : वैश्विक पुलिस एजेंसी इंटरपोल ने बड़ा खुलासा किया है, उसने कहा है कि चीन और दक्षिण अफ्रीका में अधिकारियों ने हजारों नकली कोरोना वैक्सीन को जब्त किया है, इंटरपोल ने चेताया कि ये बड़ी समस्या की छोटी झलक हो सकता है.
उसने बताया कि 400 शीशी में यानी करीब 2400 डोज के बराबर रखे हुए फर्जी वैक्सीन को पाया गया, मामला दक्षिण अफ्रीका में जोहानसबर्ग के बाहर जर्मिस्टोन के एक गोदाम का है, जहां अधिकारियों ने फर्जी मास्क भी बरामद किया और 3 चीनी और 1 जाम्बिया के नागरिक को गिरफ्तार किया.
इंटरपोल के महासचिव जुएरजन स्टोक ने कहा, जबकि हम इस नतीजे का स्वागत करते हैं, लेकिन बात जब कोरोना से जुड़े अपराध की हो, तो ये सिर्फ बड़ी समस्या की छोटी झलक है, चीन में, पुलिस ने नकली वैक्सीन बेचनेवाले एक नेटवर्क की पहचान की है, जांच में सहयोग का काम इंटरपोल ने किया था.
पुलिस ने विनिर्माण परिसर में छापेमारी कर करीब 80 संदिग्धों को गिरफ्तार किया और 3000 से ज्यादा जाली वैक्सीन को जब्त किया, इंटरपोल ने कहा कि चीन और दक्षिण अफ्रीका में गिरफ्तारी के अलावा उसे और भी फर्जी वैक्सीन वितरण और नर्सिंग होम्स को निशाना बनानेवाली धांधली के प्रयास की रिपोर्ट मिल रही है,
उसने सावधान किया कि वर्तमान में कोई भी स्वीकृत वैक्सीन ऑनलाइन बिक्री के लिए नहीं है, स्टोक ने दिसंबर में जर्मन साप्ताहिक के साथ इंटरव्यू में चेताया था, कोई वैक्सीन जिसका वेबसाइट या डार्क वेब पर विज्ञापन दिया जा रहा है, वैध नहीं होगी.
परीक्षण नहीं किया गया होगा और खतरनाक हो सकती है, उन्होंने वैक्सीन के सामने आने पर चोरी, वैक्सीन खेप पर हमले और गोदाम में सेंधमारी जैसे अपराध में बढ़ोतरी की आशंका जताई थी.
चीनी सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, चीनी सरकार वैक्सीन सुरक्षा को बहुत महत्व देती है, चीनी पुलिस वैक्सीन से जुड़े अपराध पर धावा बोलने और रोकने के लिए लक्षित अभियान चला रही है.