जंतर मंतर पर लगे मुस्लिम विरोधी नारों पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने डीसीपी को भेजा नोटिस
शमशाद रज़ा अंसारी
नई दिल्ली। रविवार को जंतर मंतर पर हुई घटना का राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने संज्ञान लेते हुये डीसीपी दिल्ली को नोटिस भेजकर कार्यवाही की जानकारी के साथ मंगलवार को आयोग में तलब किया है।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष आतिफ रशीद ने बताया कि रविवार को जंतर मंतर पर एक मार्च के दौरान मुस्लिम विरोधी नारे लगाए गये थे। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस मामले में डीसीपी दिल्ली को नोटिस भेजकर तलब किया गया है। डीसीपी से पूछा गया है कि मुस्लिम विरोधी नारे लगाने वालों के विरुद्ध अब तक क्या कार्यवाही की गयी है। कितने लोगों को गिरफ़्तार किया गया है और किन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस कार्यक्रम को आयोजित करने की अनुमति किसने दी और भविष्य के इस प्रकार के कार्यक्रमों को रोकने के लिए क्या कदम उठाये जा रहे हैं। इन सब सवालों के जवाब लेकर डीसीपी दिल्ली को मंगलवार दोपहर 12 बजे स्वयं आयोग के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया है।
ज्ञात हो कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी प्रसारित हो रहा है जिसमें जंतर मंतर पर एक प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम विरोधी नारेबाजी हो रही है। वीडियो में मुस्लिमों को ‘राम-राम’ कहने को लेकर धमकी दी जा रहे हैं। इस प्रदर्शन में कुछ सदस्य नारे लगा रहे थे, ‘हिंदुस्तान में रहना होगा, जय श्रीराम कहना होगा’। यह स्थान देश की संसद और शीर्ष सरकारी कार्यालयों से कुछ ही दूरी पर स्थित है। नफरत भरे भाषणों के लिए ‘कुख्यात’ पुजारी नरसिंहानंद सरस्वती की मौजूदगी में यह नारे लगाए गए।
अधिवक्ता और पूर्व भाजपा प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय के नेतृत्व में यह प्रदर्शन हुआ था। भारत जोड़ो आंदोलन’ के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में समान नागरिक संहिता को लागू कर औपनिवेशक काल के कानूनों को खत्म करने की मांग की गयी थी। इस मौके पर भाजपा नेता गजेंद्र चौहान भी मौजूद थे।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया है और वीडियो में दिखाए गए लोगों को पहचानने की कोशिश की जा रही है।