नई दिल्ली: कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव के लिए जनता दल की तरफ से पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने मंगलवार को नामांकन दाखिल किया, कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होने वाले हैं, नामांकन के दौरान कर्नाटक के पूर्व सीएम और देवगौड़ा के पुत्र एचडी कुमारस्वामी भी साथ थे, इनके अलावा पूर्व पीएम के साथ कर्नाटक के पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना, जेडीएस के राज्य प्रमुख एचके कुमारस्वामी और अन्य लोग थे, देवगौड़ा ने विधान सभा सदस्य एमके विशालाक्षी के कार्यालय में अपना पर्चा दाखिल किया क्योंकि वह इस चुनाव में रिटर्निंग अफसर होंगे,
जेडीएस ने सोमवार को ऐलान किया था कि गौड़ा राज्यसभा चुनाव लड़ेंगे, पार्टी निर्णय की घोषणा करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि गौड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कई राष्ट्रीय नेताओं और पार्टी विधायकों के अनुरोध पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, और राज्यसभा भेजने के लिए उन्हें “राजी” करना आसान काम नहीं था, विधानसभा में जेडीएस के पास 34 सीटें हैं, लेकिन वह अपने दम पर राज्यसभा की एक सीट जीतने की स्थिति में नहीं है और उसे अपने सरप्लस वोटों के साथ कांग्रेस से समर्थन की आवश्यकता होगी, राज्यसभा सदस्य चुने जाने के लिए न्यूनतम 45 वोटों की आवश्यकता होगी,
बता दें कि मौजूदा विधायकों के आंकड़ों के लिहाज से कर्नाटक में चार राज्यसभा सीटों में से बीजेपी की दो सीटें पक्की हैं और एक सीट पर कांग्रेस की जीत तय है, ऐसे में चौथी सीट के लिए जेडीएस ने एचडी देवगौड़ा को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है, जेडीएस के पास फिलहाल 34 विधानसभा सदस्य हैं, ऐसे में एचडी देवगौड़ा को जीत के लिए 10 वोटों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी,
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष शिवकुमार ने साफ कर दिया है कि पार्टी ने राज्यसभा सीट के लिए एक ही उम्मीदवार को उतारने का फैसला किया है और मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी के राज्यसभा प्रत्याशी हैं, देवगौड़ा के समर्थन के सवाल पर शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है, उन्होंने आगे कहा कि किसी भी सूरत में बीजेपी के तीसरे कैंडिडेट को चुनाव जीतने नहीं दिया जाएगा, देवगौड़ा के समर्थन के संबंध में सोनिया गांधी से बात करने के बाद कोई निर्णय लिया जाएगा,
कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव के लिए बीजेपी की तरफ से इरना कदादी और अशोक गस्ती ने नामांकन दाखिल किया है, दोनों के नामांकन के बाद राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि यह केवल बीजेपी में है कि जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को इस तरह से मान सम्मान दिया जाता है