नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ छिड़ी जंग के तहत पीएम मोदी सभी राजनीतिक दलों और समाज के हर वर्ग को एक मंच पर लाने की कोशिश में जुटे हैं। इसी एकजुटता के प्रयास को आगे बढ़ाते हुए मोदी ने रविवार के पूर्व राष्ट्रपति और पूर्व पीएण से बात की। इसके अलावा उन्होंने विपक्षी दलों के नेताओं से भी बात की। पीएमओ सूत्रों के अनुसार पीएम ने रविवार को सबसे पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को फोन कर कोरोना से निपटने के लिए हो रहे प्रयासों की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने प्रतिभा पाटिल को फोन किया। इस क्रम में उन्होंने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को भी फोन मिलाया।
लॉकडाउन के मुद्दे पर केंद्र पर हमलावर रहीं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी पीएम मोदी की बातचीत हुई। उनके अलावा समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, बीजू जनता दल सुप्रीमो और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, डीएमके चीफ एम के स्टालिन और तेलंगाना के सीएम केसीआर से भी फोन पर बात की। उन्होंने अकाली दल के सीनियर नेता प्रकाश सिंह बादल को भी फोन मिलाया। जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी ने सभी को कोरोना वायरस से बचाव के लिए अब तक उठाए गए कदमों के बारे में बताया और साथ ही कोरोना से निपटने के लिए उनके सुझाव मांगे। पिछले कुछ दिनों से इसी कोशिश के तहत मुख्यमंत्रियों, राजनयिकों, खेल जगत की हस्तियों, रेडियो जॉकी सहित समाज के हर तबके से लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने 8 अप्रैल को ऑल पार्टी मीटिंग भी बुलाई है। इसमें भी कोरोना वायरस पर चर्चा होनी है। चर्चा में पहले ममता बनर्जी के शामिल नहीं होने की खबर आई थी, अब मीटिंग से पहले ही मोदी ने उन्हें फोन कर दिया। ऐसे में अब हो सकता है कि ममता 8 अप्रैल को मीटिंग में शामिल हों। यह मीटिंग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होनी है। पीएम मोदी देश की जनता से लगातार वीडियो संदेश और लाइव अड्रेस के साथ संवाद स्थापित कर रहे हैं। संकट की इस घड़ी में उन्होंने देशवासियों से संयम बरतने और साथ देने की अपील की है।