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ईस्ट एमसीडी के मेयर निर्मल जैन ने नियमों की अनदेखी कर एलाना कंपनी को दो साल का दिया एक्सटेंशन- दुर्गेश पाठक

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने ईस्ट दिल्ली एमसीडी के अंदर स्लाटर हाउस संचालन के लिए एलाना कंपनी को दो साल का एक्सटेंशन देने पर कड़ी आपत्ति जताई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक कहा कि एमसीडी के मेयर निर्मल जैन ने नियमों की अनदेखी कर एलाना कंपनी को एक्सटेंशन दिया है। कंपनी को 2009 में स्लाटर हाउस चलाने के लिए 10 साल के लिए टेंडर दिया गया था। 3 अगस्त 2019 को टेंडर की अवधि समाप्त होने के बाद नियमों का पालन किए बिना ही, पहले 6 माह, फिर 3 माह और अब दो साल का एक्सटेंशन दिया गया। उन्होंने कहा कि इसमें मेयर निर्मल जैन की भूमिका संदेह के घेरे में है। ‘आप’ की मांग है कि इसे रद कर दोबारा टेंडर की प्रक्रिया की जाए और मेयर की भूमिका जांच की जाए।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने पार्टी मुख्यालय पर आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहा कि ईस्ट दिल्ली के मेयर निर्मल जैन ने एक खतरनाक निर्णय लिया है। एमसीडी के स्लाटर हाउस को चलाने के लिए 2009 में एलाना कंपनी को टेंडर दिया गया था। यह टेंडर 10 साल के लिए दिया गया था। 3 अगस्त 2019 को टेंडर के 10 साल पूरे हो गए। एलाना कंपनी को जो टेंडर दिया गया था, उसे पूरा हुए करीब एक साल हो गए हैं। पिछले एक साल से एमसीडी ने पहले उसे 6 महीने का एक्सटेंशन दिया, फिर 3 महीने का दिया और अब एमसीडी के मेयर निर्मल जैन ने उस कंपनी को दो साल का एक्सटेंशन दे दिया है।

एलाना को एक्सटेंशन देने में गाइड लाइन का पालन नहीं किया गया- दुर्गेश पाठक

दुर्गेश पाठक ने बताया कि एमसीडी के अंदर इस तरह का कोई भी एक्सटेंशन किसी कंपनी को देना होता है, तो उसके लिए कुछ प्रक्रियाओं का पालन करना होता है। पहले वह मामला स्टैंडिंग कमेटी में आता है। इसके बाद मामले को सदन में लाया जाता है। स्टैंडिंग कमेटी और सदन उस मामले को अपनी स्वीकृति दे देते है, तभी जाकर इतना लंबा एक्सटेंशन दिया जा सकता है। लेकिन एलाना कंपनी के मामले में मेयर निर्मल जैन ने किसी भी गाइड लाइन का पालन नहीं किया और मनमाने तरीके से उन्होंने कल कंपनी को दो साल का एक्सटेंशन दे दिया है।


पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने पूछा कि यह एक्सटेंशन क्यों दिया गया है? उन्होंने कहा कि मामला कुछ गड़बड़ लग रहा है। हमने जब पूछा कि पिछले एक साल से कोई कंपनी यहां पर नहीं है, आपने अब तक किसी कंपनी को टेंडर क्यों नहीं दिया? इस पर इनका कहना है कि हमने दो बार टेंडर निकाला था। लेकिन कोई कंपनी ही नहीं आई, सिर्फ एलाना कंपनी ही आई और हमने एलाना कंपनी का एक्सटेंशन कर दिया।

एलाना कंपनी को टेंडर देने के लिए षणयंत्र रचा गया- दुर्गेश पाठक

दुर्गेश पाठक ने बताया कि हमने टेंडर देने और एक्सटेंशन समेत सभी नियमों का अध्ययन किया और जानकारी हासिल की। इसके बाद पता चला कि टेंडर की प्रक्रिया में भी बड़ी खामियां और घालमेल है। दरअसल, इन्होंने दो बार टेंडर जरूर निकले। इन्होंने आॅनलाइन बताया कि हम टेंडर शुरू कर रहे हैं और सभी आवश्यक कागजात लेकर मेयर साहब के कमरे में आ जाना। इसका मतलब यह था कि इसकी सारी प्रक्रिया आॅफ लाइन होगी। इन्होंने नोटिफिकेशन तो आॅनलाइन किया, लेकिन आॅफ लाइन प्रक्रिया पूरी करने के लिए बोला गया। कंपनियां अपनी फाइल लेकर मेयर की आॅफिस में गईं, तो सभी को रद कर दिया और कहा कि केवल एलाना कंपनी ही आई थी, बाकी कोई नहीं आया था। इस तरह से हमने पाया कि वह टेंडर सिर्फ एलाना कंपनी को देना था और एलाना कंपनी को देने के लिए यह सारा षणयंत्र रचा गया, जो बहुत ही खतरनाक है।
दुर्गेश पाठक ने बताया कि अब पता चला है कि एलाना कंपनी ने यह कहा है कि हम पहले जो पैसा देते थे, अब वह पैसा नहीं देंगे, क्योंकि लाॅकडाउन चल रहा है। इसलिए उस पैसे को भी कम किया जाए। इस पर मेयर निर्मल जैन ने कहा है कि वह चार लोगों की कमेटी बनाएंगे। यह कमेटी एलाना कंपनी के साथ बैठक करेगी और पूछेगी कि आप कितना पैसा दे सकते हैं। इस तरह से एलाना कंपनी पहले जो पैसा देती थी, उससे कम पैसा लेने का भी कार्रवाई चल रही है।

डेढ़ साल पहले बीजेपी नेता एलाना को ब्लैक लिस्ट करने की मांग कर रहे थे, लेकिन आज उसे ही एक्सटेंशन दे दिया- दुर्गेश पाठक

पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने बताया कि इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि एलाना कंपनी को लेकर ईस्ट एमसीडी के अंदर बहुत बार बवाल हो चुका है। हमारे काउंसलर, एलाओपी और स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों ने कई बार सवाल किया था। साथ ही, बीजेपी के नेताओं ने भी एलाना कंपनी का दौरा किया और डेढ़ साल पहले बीजेपी नेता यह कहते थे कि एलाना कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाए और उससे टेंडर वापस लिया जाए। दुर्गेश पाठक ने सवाल किया है कि अब क्या हो गया? जिस कंपनी से डेढ़ साल पहले लिखित रूप में उन्होंने कहा कि इसे ब्लैक लिस्ट किया जाए, लेकिन आज फिर से उसी कंपनी को दो साल का एक्सटेंशन दे दिया। उन्होंने कहा कि यह एक्सटेंशन ऐसे ही नहीं दिया गया होगा। कुछ तो गड़बड़ी की गई होगी। इसमें कुछ तो एलाना कंपनी और बीजेपी नेताओं के बीच सांठगांठ हुई होगी। इसका मललब यह है कि पूरी तरह से मेयर निर्मल जैन और उनकी पूरी टीम की कोई न कोई सांठगांठ है और इसमें भ्रष्टाचार की दुर्गंध आ रही है। निश्चित रूप से मोटा माल इधर से उधर हुआ है। ऐसा नहीं होता तो जिस कंपनी को यह लोग ब्लैक लिस्ट करने की बात कर रहे थे, उस कंपनी का आज इन्होंने दो साल का एक्सटेंशन कैसे दे दिया।

दुर्गेश पाठक ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर कल जब से रिपोर्ट आई है, तब से हम लोग अध्ययन कर रहे हैं और कई विशेषज्ञों से बातचीत किए हैं। हमारी कुछ मांगे हैं। पहली, इस टेंडर को रद करके दोबारा से पूरी पारदर्शिता के साथ टेंडर की प्रक्रिया की जाए। दूसरी, एलाना कंपनी को मिले इस एक्सटेंशन में मेयर निर्मल जैन की भूमिका शक के दायरे में है। मेयर निर्मल जैन की भूमिका की जांच की जाए।

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