नई दिल्ली। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी ने उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों और मण्डल रेल प्रबंधकों के साथ मंगलवार को प्रधान कार्यालय बड़ौदा हाउस नई दिल्ली में उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की। बैठक में अन्य विषयों के साथ-साथ गतिशीलता बढ़ाने, अन्य विकासात्मक ढॉंचागत कार्यों व रेलपथों पर संरक्षा बढ़ाने पर बल दिया गया। उन्होंने अधिकारियों को हाल में हुई भारी वर्षा के कारण रेल परिचालन में हुई बाधा के चलते उत्पन्न होने वाली स्थितियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से संरक्षा के प्रति किसी भी प्रकार की कोताही न बरतते हुए रेल परिचालन को सुगम बनाए रखने के लिए कहा।
महाप्रबंधक ने कार्य प्रगति की समीक्षा करने के अलावा संरक्षा पुस्तिका का विमोचन किया तथा 5 सजग कर्मचारियों को यात्रियों और रेल संपत्ति की संरक्षा व सुरक्षा के लिए उच्च मानकों को अपनाकर कार्य करने के लिए संरक्षा पुरस्कार भी प्रदान किये।
उन्होंने रेलपथों, वैल्डों के अनुरक्षण मानकों और रेलपथों के निकट पड़े स्क्रैप को हटाने के लिए जोन द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने मण्डलों को गतिशीलता बढ़ाने संबंधी कार्यों में तेजी लाने और कार्यों की प्रगति की जांच करने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने चल रहे मानसून सीजन के दौरान संरक्षा बढ़ाने पर बल दिया और रेल परिचालन के दौरान आने वाली बाधाओं को समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए।
चौधरी ने कहा कि जब भी आवश्यक हो संबंधित कर्मचारियों को परामर्श व प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेल पटरियों की दरारों और रेल वैल्डों की गहन निगरानी की जानी चाहिए और कोई त्रुटि नहीं छूटनी चाहिए।
उन्होंने रेल परिचालन में मानवीय भूलों को न्यूनतम करने पर बल दिया। उन्होंने विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों को रेलगाड़ियों की समयपालनबद्धता में और सुधार करने और संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए माल लदान की गति को बनाए रखने के निर्देश दिए।
उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
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