नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और विधायक राघव चड्ढ़ा ने आज एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घर में नजरबंद किए जाने पर सवाल उठाए। राघव चड्ढ़ा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के 9 स्टेडियमों को जेल में तब्दील करने से इनकार किया था। इस अच्छे काम से नाराज होकर बीजेपी ने उन्हें घर में नजरबंद कराया है।
चड्ढ़ा ने बताया, “आप वीडियो और फोटोज में देख सकते हैं कि मुख्यमंत्री आवास के बाहर की सड़क को ब्लॉक कर दिया गया है और दिल्ली पुलिस के जवानों को भारी संख्या में सीएम आवास में आवाजाही रोकने के लिए लगाया गया है। लोकतांत्रिक तरीके से जनता के द्वारा, जनता के लिए चुन गए नेता को घर में ही नजरबंद कर दिया गया है, ताकि वो घर से ना निकल पाएं। लोगों को उनसे मिलने जाने नहीं दिया जा रहा है। जो लोग मुख्यमंत्री आवास में काम करते हैं, उन्हें भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है।”
उन्होंने आगे कहा, “2-2.5 घंटे के संघर्ष के बाद, जब उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया खुद मुख्यमंत्री आवास के बाहर बैठ गए, तब उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने दिया गया। इसके बावजूद, मुख्यमंत्री आवास के 2 दरवाजों में से 1 दरवााजे को ही खोला गया है।”
8 दिसंबर, मंगलवार को जब किसान संघों ने भारत बंद का आवाह्न किया, तो आम आदमी पार्टी ने भी इसका समर्थन किया। चड्ढ़ा ने कहा, “जब भारत बंद का समय खत्म हो गया, तब जाकर मुख्यमंत्री आवास का एक दरवाजा खोला गया। संविधान से मिले स्वतंत्र घूमने के उनके अधिकार पर पाबंदी लगा दी गई थी। ऐसा सिर्फ इसलिए किया गया ताकि, वो किसानों के साथ उनके संघर्ष में खड़े ना हो पाएं।”
सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिंघु बॉर्डर का दौरा कर के प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए की गई व्यवस्था का जायजा लिया था। आम आदमी पार्टी सरकार ने किसानों के लिए पीने के पानी, खाना, मेडिकल वैन और शौचालयों का पूरा इंतजाम किया है। राघव चड्ढ़ा ने कहा, “जब अरविंद केजरीवाल सिंघु बॉर्डर से किसानों के लिए किए गए इंतजामों का जायजा लेकर वापस आए, तो उसके बाद उन्हें घर में ही नजरबंद कर दिया गया। ऐसा क्यों किया गया? मुख्यमंत्री का अपराध क्या है? ऐसा सिर्फ इस लिए किया गया, ताकि किसानों के इंकलाब की आवाज बुलंद ना हो।
दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास के एक दरवाजे को ही खोला है और दूसरे दरवाजे को अभी भी बंद रखा गया है, इस पर बात करते हुए राघव चड्ढ़ा ने कहा, “वो दरवाजा जिससे आम आदमी पार्टी के नेता, आम जनता, मुख्यमंत्री से मिलने जाते हैं, वो दरवाजा अभी भी बंद रखा गया है। भाजपा के कई सदस्य मुख्यमंत्री आवास के बाहर जमा हैं। संविधान से मिले स्वतंत्र घूमने के मुख्यमंत्री के अधिकार पर पाबंदी लगा दी गई है, जो सभी मीडिया के लोग भी देख पा रहे हैं।”
चड्ढ़ा ने कहा, “दिल्ली पुलिस, गृह मंत्री के इशारे पर काम कर रही है और अरविंद केजरीवाल को कहीं जाने नहीं दे रही है। मैं पूछना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री का अपराध क्या है? अरविंद केजरीवाल को बदले की भावना से घर में नजरबंद किया गया, क्योंकि उन्होंने किसानों के लिए खाने-पीने के सामान, कंबलों और शौचालयों का इंतजाम किया है।”
राघव चड्ढ़ा ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने किसानों की हक की लड़ाई को अपना समर्थन दिया है, वो किसानों से एक सेवादार की तरह मिले। देश के ‘चैकीदार’ को इससे परेशानी क्यों है? हमारे किसान, हमारे अन्नदाता हैं और हम सिर्फ उनका समर्थन कर रहे हैं। हम लोग सिर्फ किसानों की सेवा कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं बीजेपी और दिल्ली पुलिस को चुनौती देता हूं कि अगर उनके 400 पार्टी कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री आवास पर खड़े हो जाएंगे, एक की जगह वो 400 पुलिस दल भी मुख्यमंत्री आवास के बाहर लगा देंगे, तो भी वो अरविंद केजरीवाल जी को किसानों का समर्थन करने और किसान आंदोलन का हिस्सा बनने से नहीं रोक पाएंगे। आम आदमी पार्टी सरकार को किसी भी तरह से स्टेडियमों को जेल में तब्दील करने के लिए राजी नहीं कर पाएंगे।”
‘आप’ विधायक ने कहा, “मैं ये स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि बीजेपी शासित एमसीडी तो बस एक बहाना है। दोनों का अपने लोगों को मुख्यमंत्री आवास के बाहर भेजना तो बस एक बहाना है, असल में तो किसान आंदोलन उनका निशाना है। वो ऐसा इसलिए कर रहे हैं, ताकि मुख्यमंत्री के शामिल होने से किसान आंदोलन को मजबूती ना मिले।”
चड्ढ़ा ने जोर देते हुए कहा, “बीजेपी अपने सभी तरीके आजमा ले, चाहे कुछ भी कर ले, लेकिन हम सेवादार कभी ‘चैकीदार’ से डरने नहीं वाले हैं मुख्यमंत्री केजरीवाल जी और आम आदमी पार्टी आखिरी सांस तक किसानों के साथ खड़े रहेंगे, अन्नदाताओं के साथ खड़े रहेंगे।
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