नई दिल्ली : विधायक आतिशी ने पार्टी कार्यकर्ता जीतू सैनी और पार्किंग ठेकेदार सुधीर बिधूड़ी के साथ भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी के सहयोगियों द्वारा मारपीट किए जाने के संबंध में आज साउथ ईस्ट के डीसीपी से मुलाकात की। 

इस दौरान उन्होंने दोनों ही मामलों में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं होने और आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने पर कड़ी नाराजगी जताई। साथ ही उन्होंने पुलिस कमिश्नर को इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है।

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उन्होंने कहा कि हमने सांसद रमेश बिधूड़ी, उनके बेटे, हिमांशु बिधूड़ी और मनीष बिधूड़ी के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की। पुलिस वालों ने हमें बताया है कि उन पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का दबाव है और इस दबाव की वजह से वे कोई कार्रवाई नहीं कर सकते।

उन्होंने कहा कि इस मामले कार्रवाई नहीं होती है, तो यह साफ हो जाएगा कि केंद्रीय गृहमंत्री के सीधे आदेश से पुलिस पर दबाव बनाकर भाजपा के गुंडों को बचाया जा रहा है, ताकि उनकी गुंडागर्दी इसी तरह चलती रहे।

विधायक आतिशी ने डीसीपी से मुलाकात के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि आज हम साउथ- ईस्ट के डीसीपी से मिलने गए थे, क्योंकि साउथ दिल्ली के जो बीजेपी के सांसद रमेश बिधूड़ी जी हैं, उनके सहयोगियों के द्वारा बार-बार गुंडागर्दी के मामले सामने आ रहे हैं।

पिछले कुछ दिनों से हम देख रहे हैं कि पूरी दिल्ली में भाजपा की गुंडागर्दी चल रही है, जिसमें सीएम आवास के बाहर सीसीटीवी कैमरा तोड़ा गया, डिप्टी सीएम के परिवार पर हमला करने की कोशिश की गई। दिल्ली जल बोर्ड में राघव चड्ढा जी के ऑफिस में तोड़फोड़ की गई और पिछले 3 दिनों में यह देखने को आया है कि रमेश बिधूड़ी के बेटे और उनके भतीजे ही पूरे इलाके में बार-बार मार पिटाई कर रहे हैं।

हम लोगों ने भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी जी के आवास के बाहर प्रदर्शन किया था। उस प्रदर्शन में हमारी पार्टी के कार्यकर्ता जीतू सैनी भी थे। उस प्रदर्शन से वापस घर आने के बाद जीतू सैनी को फोन किया गया और उनको धमकाया गया कि आप क्यों धरने प्रदर्शन में गए थे? इसके बाद उन लोगों ने जीतू के घर आकर उनके साथ मारपीट की। वहीं, सुधीर जी तुगलकाबाद गांव के रहने वाले हैं।

सुधीर जी के पास पार्किंग का ठेका है। जब पार्किंग के ठेके के लिए इन्होंने उगाही में पैसा देने से मना किया, जो अवैध तरीके से पैसा इनसे मांगा जा रहा था, तो इनके ऑफिस में आकर इनके साथ मारपीट की गई। यह दोनों घटनाएं 27 दिसंबर की हैं, लेकिन अभी तक इन दोनों ही मामलों में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है और इसी को लेकर हम डीसीपी से मिले थे।

विधायक आतिशी ने कहा कि मुलाकात के दौरान हमारे साथ पुलिस का व्यवहार बहुत ही सहयोगात्मक रहा। पुलिस ने हमसे अच्छी तरह से बात की और हमारी शिकायत भी ले ली है, लेकिन पुलिस वाले खुद कहते हैं कि उन पर होम मिनिस्ट्री का दबाव है, उन पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का दबाव है, इसलिए वे कोई कार्रवाई नहीं कर सकते।

ऐसा नजर में आ रहा है कि एक तरफ बीजेपी अपने गुंडे भेजती है, आम आदमी पार्टी और दिल्ली की जनता पर हमले कराती है, गुंडागर्दी करवाती है और दूसरी तरफ यही पुलिस, अमित शाह जी की पुलिस उनके इशारे पर सारे गुंडागर्दी करने वालों को बचा कर रखती है। आज दिल्ली वालों का यह सवाल है कि यह गुंडागर्दी कब तक चलेगी?

आज दिल्ली वालों का यह सवाल है कि भारतीय जनता पार्टी क्या भारतीय गुंडा पार्टी बन गई है? हमने सांसद रमेश बिधूड़ी, उनके बेटे, हिमांशु बिधूड़ी मनीष बिधूड़ी के खिलाफ शिकायत दी है।

हमने पुलिस को कहा कि जल्द से जल्द एफआईआर दर्ज करें, क्योंकि अगर एफआईआर दर्ज नहीं होती है और अगर शिकायत पर कार्रवाई नहीं होती है, तो यह बिल्कुल साफ हो जाएगा कि यह सिर्फ एक सांसद और उनके आसपास के चेलों-चपाटों का खेल नहीं है, बल्कि यह सीधा होम मिनिस्ट्री से, अमित शाह जी से चलने वाला आदेश है, जो दबाव बना रहे हैं कि भाजपा के गुंडों को बचाया जाए और उनकी गुंडागर्दी चलती रहे।

वहीं, विधायक आतिशी ने पुलिस कमिश्नर को लिखे पत्र में कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं, खासकर सांसद रमेश बिधूड़ी और उनके सहयोगितों द्वारा बार-बार किए जा रहे हमलों के खिलाफ कार्रवाई करने में दिल्ली पुलिस असफलता रही है। पिछले कुछ हफ्तों में, दिल्ली में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ गई है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता सार्वजनिक संपत्ति के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं और आम जनता के साथ शारीरिक रूप से मारपीट कर रहे हैं।

सबसे पहले, इन्होंने मुख्यमंत्री के आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया। इसके बाद उपमुख्यमंत्री के आवास पर हमला किया। फिर इन्होंने दिल्ली जल बोर्ड के वाइस चेयरमैन राघव चड्ढा के कार्यालयं में चैंकाने वाली घटना हुई, जहां भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ ने सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया।

हैरान करने वाली बात यह है कि यह दोनों घटनाएं पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में हुई हैं, जिन्होंने जानबूझकर भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ को जाने दिया।

उपरोक्त घटनाएं शहर में कानून व्यवस्था की विफलता को उजागर करती हैं और भारतीय जनता पार्टी के गुंडों को किसी भी प्रकार के भय या आशंका के बिना काम करने की अनुमति देने में दिल्ली पुलिस की स्पष्ट मिलीभगत दिखाती हैं।

मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि यह स्पष्ट रूप से दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार, विशेषकर केंद्रीय गृह मंत्रालय के राजनीतिक दबाव के आगे झुक गई है। यह दुखद है कि एक निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में मैं आपको इस शहर के लोगों की रक्षा करने के लिए आपके अग्रणी कर्तव्य की याद दिलाना चाहती हूं।

यह जरूरी है कि उन सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए जो जिम्मेदार हैं, विशेष रूप से श्री रमेश बिधूड़ी, श्री हिमांशु बिधूड़ी और श्री मनीष बिधूड़ी के खिलाफ, जिनकी ऐसी हिंसा को बढ़ावा देने में भूमिका स्पष्ट रूप से है। मैं आग्रह करती हूं कि आप इस मुद्दे को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और अविलंब आवश्यक जांच और गिरफ्तारियां शुरू करें, ऐसा न होने पर मैं संबंधित न्यायिक मंचों की मदद लूंगी।

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