नई दिल्ली : पीएम मोदी आज अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित करेंगे, यह पहली बार है जब पांच दशक से भी ज्यादा वक्त में कोई पीएम एएमयू के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.
इससे पहले 1964 में तत्कालीन पीएम लाल बहादुर शास्त्री ने एएमयू के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था.
पीएम कार्यालय ने कहा कि मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए एएमयू के शताब्दी समारोह को संबोधित करेंगे.
पीएम मोदी के साथ इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन भी शिरकत करेंगे, इस अवसर को यादगार बनाने के लिए पीएम एक विशेष डाक टिकट भी जारी करेंगे.
इस महीने की शुरुआत में विश्वविद्यालय ने घोषणा की थी कि शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि हो सकते हैं, विश्वविद्यालय सूत्रों के अनुसार, मुख्य अतिथि में बदलाव अंतिम समय में किया गया.
प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि एएमयू समुदाय विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में भाग लेने के लिए पीएम का आभारी है, उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक वर्ष के दौरान विश्वविद्यालय का और अधिक विकास होगा.
जिससे छात्रों को निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों में नियुक्ति में मदद मिलेगी, प्रोफेसर मंसूर ने विश्वविद्यालय के समुदाय, कर्मचारियों, सदस्यों, छात्रों और पूर्व छात्रों से आगामी कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि शताब्दी समारोह में अभी लोग राजनीति से ऊपर उठकर शामिल हो.
सर सैयद अहमद खान ने 1877 में एमएओ स्कूल की स्थापना की थी, 1920 में उसी स्कूल ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का रूप लिया.
इसका कैंपस अलीगढ़ में 467,6 हेक्टेयर में फैला हुआ है, कैंपस के बाहर केरल के मल्लपुरम, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद-जांगीपुर और बिहार के किशनगंज में भी इसके केंद्र हैं.
No Comments: