शमशाद रज़ा अंसारी
कानपुर में हुई पुलिस के जवानों की शहादत ने योगी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। प्रदेश की पूर्व अखिलेश सरकार को जंगलराज बताने वाली भाजपा प्रदेश में सत्ता सम्भालने के बाद कानून व्यवस्था बनाये रखने में विफल होने से विरोधियों की आलोचना का शिकार हो ही रही थी कि अब कानपुर में पुलिस के जवानों के शहीद होने के बाद विरोधी और मुखर होकर सरकार की आलोचना करने लगे हैं। बसपा से अमरोहा सांसद कुंवर दानिश अली ने जवानों की शहादत पर ट्विटर द्वारा यूपी सरकार को जमकर कोसा। दानिश अली ने विकास दूबे को आतंकवादी बताते हुये कहा कि यह योगी सरकार की ग़लत नीतियों का परिणाम ही है जो आतंकवादी विकास दूबे खुला घूमता रहा।
दानिश अली ने योगी सरकार पर पत्रकारों,छात्रों,मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, वैचारिक विरोधियों पर झूठे मुकदमे करके जेल भेजने और अपराधियों को खुले घूमने देने का आरोप लगाया है।
रविवार दोपहर को किये ट्वीट में अमरोहा के युवा सांसद कुँवर दानिश अली ने लिखा है कि “कानपुर में शहीद हुये हमारे बहादुर जवान यूपी सरकार की ग़लत नीतियों का नतीजा है कि आतंकवादी विकास दूबे खुला घूमता रहा। सरकार का पूरा तन्त्र पत्रकारों,छात्रों,मानव अधिकार कार्यकर्ताओं और अपने वैचारिक विरोधियों को झूठे मुकदमों में जेल भेजने का काम करता रहा और अपराधी खुले घूमते रहे।”
ग़ौरतलब है कि 3 जुलाई को कानपुर में थाना चौबेपुर गाँव के बिकरू गाँव में पुलिस टीम हिस्ट्रीशीटर विकास दूबे को पकड़ने गयी थी। तभी विकास दूबे ने अपने साथियों के साथ पुलिस टीम और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिसमें एक सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी थी। मुठभेड़ के दौरान विकास दूबे फ़रार हो गया और अभी तक पुलिस की गिरफ़्त में नही आ सका है। हालाँकि पुलिस ने विकास दूबे के घर को ज़मींदोज़ कर दिया है। लेकिन विकास दूबे का सुराग लगाने में यूपी पुलिस अभी तक पूरी तरह नाकाम रही है।
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