नई दिल्ली : केरल विधानसभा में बीजेपी के एकमात्र विधायक ओ राजगोपाल ने सदन में उस प्रस्ताव का समर्थन किया, जिसमें विवा’दित कृषि बिलों को रद्द करने की मांग गई है, जिनके खिलाफ दिल्ली की सीमा पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं.
केरल विधानसभा के विशेष सत्र में सीएम पिनरई विजयन ने प्रस्ताव रखा, जिसे सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे, विपक्षी कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे और बीजेपी के समर्थन से सर्वसम्मति से पारित किया गया.
सत्र के बाद राजगोपाल ने पत्रकारों से कहा, ‘‘प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया, मैंने कुछ बिंदुओं के संबंध में अपनी राय रखी, इसको लेकर विचारों में अंतर था जिसे मैंने सदन में रेखांकित किया.”
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने प्रस्ताव का पूरी तरह से समर्थन किया,” जब राजगोपाल का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया गया कि प्रस्ताव में तीनों कृषि बिलों को रद्द करने की मांग की गई है, तब भी उन्होंने प्रस्ताव का समर्थन करने की बात कही.
राजगोपाल ने कहा, ‘‘मैंने प्रस्ताव का समर्थन किया और मोदी सरकार को कृषि बिलों को वापस लेना चाहिए,” उन्होंने कहा कि वह सदन की आम राय से सहमत हैं.
राजगोपाल ने कहा कि यह लोकतांत्रिक भावना है, जब राजगोपाल से कहा गया कि वह पार्टी के रुख के खिलाफ जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक प्रणाली है और हमें सर्वसम्मति के अनुरूप चलने की जरूरत है.
हालांकि, विशेष सत्र के दौरान सदन में राजगोपाल ने चर्चा के दौरान कहा था कि नए कानून किसानों के हितों की रक्षा करेंगे और बिचौलियों से बचा जा सकेगा.
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