नई दिल्ली : कोरोना संकट में हर किसी को भीड़ में जाने से बचने के लिए कहा जा रहा है, ऐसे वक्त में कर्नाटक के बेंगलुरु में बवाल हो गया, मंगलवार देर रात एक फेसबुक पोस्ट से आहत हुए कुछ लोगों ने हंगामा मचाया, पुलिस स्टेशन और विधायक के घर को आग के हवाले कर दिया, अब बुधवार की सुबह जब रोशनी में सारी तस्वीर साफ हुई तो बेंगलुरु की सड़कों पर क्या तांडव हुआ ये दिख पाया, यहां गाड़ियों को जला दिया गया है, एटीएम में तोड़फोड़ की गई, विधायक के घर पर हमला करने के अलावा आसपास के लोगों के घरों पर भी हमला किया गया, जिसके कारण लोगों के घरों की खिड़कियां भी टूट गईं, इस हिंसा में दो लोगों की मौत हुई है, जबकि 60 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
बुधवार की सुबह स्थानीय निवासी जब घर से बाहर निकले तो हर ओर बाइक-गाड़ी टूटी बिखरी हुई पड़ी थी, इसके अलावा पत्थरों का सैलाब भी था, अभी हिंसा वाले इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जो आज रात 12 बजे तक रहेगा, उसके बाद हालात को देखते हुए फैसला लिया जाएगा, सीएम येदियुरप्पा ने ट्वीट कर हिंसा की निंदा की है, सीएम ने लिखा कि उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं, साथ ही सरकार भीड़ के खिलाफ सही एक्शन ले रही है, येदियुरप्पा ने लिखा कि मीडिया, पुलिस और लोगों पर हमला करना ठीक नहीं है, ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, लोग शांति बनाकर रखें.
दरअसल, बेंगलुरु के हाली पुलिस स्टेशन इलाके में कांग्रेस विधायक के करीबी द्वारा एक फेसबुक पोस्ट लिखा गया, इस पर कुछ लोगों को आपत्ति हुई और वो इसकी शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन में पहुंचे, लेकिन, पुलिस ने आपसी तरीके से मामला सुलझाने के लिए कह दिया, इसी के बाद कई लोगों की भीड़ पुलिस स्टेशन के बाहर इकट्ठा हो गई और नारेबाजी करने लगी, देखते-देखते ही बवाल हो गया और पत्थरबाजी शुरू हो गई, इसके बाद बेकाबू भीड़ ने पुलिस स्टेशन, विधायक को घर को अपना निशाना बनाया, वहां तोड़फोड़ की, आगजनी की और पुलिस के दर्जनों वाहन को भी फूंक दिया.
इस पूरे बवाल में 60 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए, भीड़ को काबू में लाने के लिए पुलिस ने खुली फायरिंग की, इसमें दो लोगों की मौत हो गई, अभी हिंसा वाले इलाके में कर्फ्यू लगाया गया है, जबकि पूरे बेंगलुरु में धारा 144 लगा दी गई है.
रिपोर्ट सोर्स,पीटीआई