नई दिल्ली : दुष्क’र्म के एक केस में सुप्रीम कोर्ट की ओर से की गई एक टिप्पणी ‘उससे शादी करोगे’ पर उपजे विवाद पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एसए बोबडे ने कहा अदालत और एक संस्था के तौर पर हम हमेशा महिलाओं का सम्मान करते हैं.
एसए बोबडे ने कहा मीडिया और एक्टिविस्ट ने इस पूरे मामले को क्या आप उससे शादी करेंगे की टिप्पणी को गलत संदर्भ में देखा, जिसके कारण ही विवाद पैदा हुआ और अदालत की छवि को नुकसन पहुंचा.
एसए बोबडे ने कहा कि इस अदालत ने महिलाओं को हमेशा सबसे अधिक सम्मान दिया है, हमने उस सुनवाई में भी कोई सुझाव नहीं दिया कि तुम शादी कर लो, हमने महज यह पूछा था कि क्या तुम शादी करोगे?
उस मामले में पूरी तरह से गलत रिपोर्टिंग की गई, एसए बोबडे ने कहा कि एक संस्था और अदालत के रूप में हमारा हमेशा स्त्रीत्व के प्रति उच्चतम सम्मान रहा है.
याचिकाकर्ता वकील ने कहा कि कुछ लोग न्यायपालिका की छवि को कलंकित करते हैं और इन लोगों से निपटने के लिए कुछ व्यवस्था बनाई जानी चाहिए, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बार के हाथों में हमारी प्रतिष्ठा है.
हमें इस तरह हमारी रक्षा करने की जरूरत नहीं है, सुनवाई के दौरान एसजी मेहता ने कहा मामले में लार्डशिप के बयान पूरी तरह से तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया, जैसे कि विवाह और समझौते के लिए कोई सुझाव दिया गया था.