नई दिल्ली : सौरभ भारद्वाज ने चांदनी चैक में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर तोड़े जाने पर भाजपा द्वारा ‘आप’ पर लगाए जा रहे झूठे आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा शासित एमसीडी के उपायुक्त सतनाम सिंह ने कोर्ट में शपथ पत्र दायर कर कहा.
त्योहारों के चलते हनुमान मंदिर नहीं तोड़ पाए, लेकिन अब उनकी तैयारी पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कोर्ट को मंदिर तोड़ने की तारीख भी बताई थी और मंदिर को तोड़ दिया गया। भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता स्पष्ट करें कि कोर्ट में दाखिल यह शपथ पत्र उनका है या नहीं।
साथ ही, मानुषी नामक एक संगठन ने भी हाईकोर्ट से प्राचीन हनुमान मंदिर को तोड़ने की मांग की थी। इस संगठन को चलाने वालों में संजय भार्गव, भाजपा के सक्रीय कार्यकर्ता और सांसद विजय गोयल के बेहद करीबी हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा की दुश्मनी आम आदमी पार्टी से है, भगवान श्रीराम के नाम पर राजनीति करने वाली भाजपा उनके प्रिय हनुमान जी से दुश्मनी न निकाले, इससे भगवान राम और हनुमान जी नाराज हो जाएंगे।
भारद्वाज ने कहा कि जैसा कि सभी को ज्ञात है कि 2 दिन पहले भाजपा शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने हजारों पुलिसकर्मियों के संरक्षण में चांदनी चैक में स्थित सैकड़ों वर्ष पुराना प्राचीन हनुमान मंदिर तोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि यह बात भी जगजाहिर है कि दिल्ली की पुलिस इस देश के गृह मंत्री और भाजपा के बड़े नेता अमित शाह जी के अधीन आती है और उत्तरी दिल्ली नगर निगम में भी भाजपा की सरकार है।
जब कभी किसी छोटे से अवैध निर्माण को नहीं हटाने के लिए भाजपा शासित नगर निगम को रिश्वत मिल जाती है, तो बहाना बना दिया जाता है कि हमारे पास अभी पुलिस की कमी है, इसलिए अतिक्रमण नहीं हटाया जा सकता।
परंतु भगवान श्रीराम के प्रिय हनुमान जी का सैकड़ों वर्ष पुराना मंदिर तोड़ने के लिए भाजपा शासित नगर निगम को हजारों पुलिसकर्मी उपलब्ध करा दिए गए।
उन्होंने कहा जब से भारतीय जनता पार्टी के चेहरे से नकली हिंदुत्व का मुखौटा उतर गया है, तब से भाजपा बौखलाई हुई। भाजपा के नेता मीडिया में अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं और इस जघन्य अपराध से बचने के लिए आम आदमी पार्टी पर झूठा आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के झूठ को जनता के सामने बेनकाब करने के लिए और चांदनी चैक में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर भाजपा ने ही तोड़ा है, इस सच्चाई को जनता के सामने लाने के लिए हमने आज यह प्रेस वार्ता की है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर द्वारा हाईकोर्ट में दाखिल किए गए शपथ पत्र की कॉपी मीडिया के सामने प्रस्तुत करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस शपथ पत्र में भाजपा शासित नगर निगम ने साफ तौर पर यह लिखा हुआ है कि बीते दिनों त्योहारों के कारण हम इस मंदिर को नहीं तोड़ पाए थे।
परंतु अब हमारी पूरी तैयारी हो चुकी है और हम इस हनुमान मंदिर को तोड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। मीडिया के माध्यम से सौरभ भारद्वाज ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता से पूछा कि क्या यह शपथ पत्र भी आम आदमी पार्टी का है?
क्या यह शपथ पत्र भाजपा शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम का नहीं है? सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर और स्टैंडिंग कमेटी की जानकारी के बिना ही,
उनका आला अधिकारी कोर्ट में तारीख बता कर इस बात को कह रहा है कि हमने मंदिर तोड़ने की सारी तैयारियां कर ली हैं और मंदिर को तोड़ दिया जाएगा।
हनुमान मंदिर के तोड़ने की घटना के संबंध में एक और चैंकाने वाली जानकारी मीडिया के समक्ष प्रस्तुत करते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया कि मानुषी संगठन नामक संस्था है जो कोर्ट में बार-बार जाकर इस मंदिर को तोड़ने के लिए गुहार लगा रही थी।
उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी जब मंदिर नहीं टूटा था, तो यह संस्था दोबारा से हाईकोर्ट में गई और हाई कोर्ट को बताया कि कोर्ट के आदेश के बावजूद अभी तक मंदिर नहीं तोड़ा गया है।
इस संस्था को चलाने वाले लोगों में से एक व्यक्ति संजय भार्गव की जानकारी पत्रकारों के साथ साझा करते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया कि संजय भार्गव भाजपा के सांसद विजय गोयल जी के करीबी मित्रों में से एक हैं।
पिछले महीने खींची गई एक तस्वीर मीडिया के सामने प्रस्तुत करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस तस्वीर में साफ तौर से संजय भार्गव, भाजपा के सांसद विजय गोयल और स्टैंडिंग कमेटी के भाजपा के अध्यक्ष को देख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि यदि आप चांदनी चैक इलाके में जाकर संजय भार्गव के बारे में पता करें, तो लोग आपको बताएंगे कि वे भाजपा के जाने-माने कार्यकर्ता हैं। भारतीय जनता पार्टी के हर कार्यक्रम में, हर रैली में, हर प्रदर्शन में, हर जनसभा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
मीडिया के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता से प्रश्न पूछते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता को बताएं कि आखिर उन्होंने मंदिर क्यों तुड़वाया?
करोड़ों लोगों की आस्था का प्राचीन हनुमान मंदिर तोड़ने के लिए उन्हीं के लोगों ने कोर्ट में याचिका दायर क्यों की? भाजपा की ही नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर ने कोर्ट में शपथ पत्र दाखिल कर क्यों कहा कि हम मंदिर तोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं?
भाजपा ने मंदिर को तोड़ने के लिए पुलिस संरक्षण उपलब्ध क्यों कराया और अंततः भाजपा के इशारे पर, भाजपा के लोगों द्वारा, भाजपा के ही संरक्षण में चांदनी चैक में स्थित सैकड़ों वर्षो पुराना प्राचीन हनुमान मंदिर क्यों तोड़ दिया गया?
उन्होंने कहा कि यदि आपकी दुश्मनी आम आदमी पार्टी से है, तो आम आदमी पार्टी से ही निकालिए, हनुमान जी से मत निकालिए। भाजपा को चेतावनी देते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यदि आप हनुमान जी को नाराज करोगे तो, भगवान श्रीराम जिनके नाम पर आप अपनी राजनीति चलाते हो, वह भी नाराज हो जाएंगे।
क्योंकि भगवान श्रीराम को सबसे प्रिय भाजपा नहीं है, बल्कि भगवान राम को भी सबसे प्रिय हनुमान जी हैं।