नई दिल्ली : सामाजिक संगठन ‘मिशन जय भीम’ और महारानी दुर्गावती सेवा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में बहुजन समाज में जन्मे महापुरुषों की जयंती धूमधाम से मनाई गई। दिल्ली सरकार के कबिनेट मंत्री और मिशन जय भीम के राष्ट्रीय संरक्षक राजेंद्र पाल गौतम के आह्वान पर राजनिवास मार्ग स्थित उनके निवास पर तिलका मांझी, छत्रपति शिवाजी महाराज, संत गाडगे महाराज, संत गुरु रविदास और सर छोटूराम की जयंती संयुक्त रूप से मनाई गई.
जयंती समारोह में दिल्ली -एनसीआर के अम्बेडकरवादी समुदाय के अलावा देश के विभिन्न राज्यों से आकर दिल्ली में बसे आदिवासी समुदाय के सैंकड़ो लोग भी शामिल हुए. अपने संबोधन में वक्ताओं ने कहा की समय आ गया है कि उंच- नीच और गैर बराबरी पर आधारित शोषणकारी जाति व्यवस्था को त्यागकर शिक्षा के आधार पर अपने संवैधानिक अधिकारों के प्रति सजग होना पड़ेगा।
आदिवासी नेताओं ने चिंता जताते हुए कहा कि दिल्ली में अनुसूचित जनजाति अधिकारिक रूप से मौजूद नहीं है, लेकिन देश के कोने कोने से आये आदिवासी दिल्ली में बसे हुए हैं और इस कारण सरकारी योजनाओ का लाभ इन वर्गों को नहीं मिल पाता।
राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि देश की असल उन्नति तभी सम्भव है जब देश के सभी वर्गों का बहुमुखी विकास हो और सभी को प्रगति के समान अवसर प्राप्त हों. उन्होंने कहा कि मंत्रिपद आते जाते रहते हैं, लेकिन हमारी सफलता का पैमाना यह होना चाहिए कि मंत्री रहते हुए हम समाज के लिए क्या कर पाते हैं।
रविदास जयंती के अवसर पर आयोजित इस संयुक्त जयंती समारोह में सभी महापुरुषों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई और वक्ताओं ने उनके जीवन संघर्षों से अवगत कराया। कार्यक्रम में मिशन जयभीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष चंद आर्या, राष्ट्रीय महासचिव बी पी निगम, राष्ट्रीय संगठन मंत्री पुष्पांकर देव भी मौजूद रहे।