शमशाद रज़ा अंसारी
कानपुर के राजकीय बालिका गृह में सामने आये दुष्कर्म के मामले के विरोध में सोमवार को आम आदमी पार्टी द्वारा पूरे उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह के आह्वान पर धरना प्रदर्शन किया।इस अवसर पर आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता तरुणिमा श्रीवास्तव ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से पूरा देश त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहा है। ऐसी विकट परिस्थितियों में कानपुर के राजकीय बालगृह से आयी खबर रौंगटे खड़ी करने वाली है। कानपुर के बालगृह की 7 बालिकाएं गर्भवती पाई गई हैं और एक बच्ची को एड्स भी है।
अधिकारियों की लापरवाही और मिलीभगत के कारण बच्चियों को संरक्षित और सुरक्षित रखने के लिए स्थापित किये गए बालगृह वर्तमान समय में अनाथ, बेसहारा और मजबूर बच्चियों की इज़्ज़त से खिलवाड़ का अड्डा बन चुके हैं। यही नही पूरे प्रशासन की नाक के नीचे इस बालगृह की 57 लड़कियां कोरोना पॉजिटिव भी मिली हैं। मतलब साफ है कि बालगृह से सम्बंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए सरकार, संविधान, नियम क़ायदा और मानवीय मूल्यों का कोई स्थान नही है। देश और प्रदेश की जनता देवरिया महिला संरक्षण गृह और मुज़फ्फरपुर बालिका गृह कांड के दर्द को भूल नही पाई थी कि अब यह मामला सामने आ गया। कानपुर की इस घटना से इस आशंका को बल मिलता है कि ऐसी घिनौनी घटनाओं की पुनरावृत्ति प्रदेश भर के बालिका गृह एवं महिला संरक्षण गृह में रही होगी।
1- पूरे मामले की न्यायिक जांच हाइकोर्ट की निगरानी में गठित SIT के द्वारा की जाए।
2- इस घटना के दोषियो को कठोर दंड दिया जाए ताकि ऐसे घिनौने कृत्य की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
3- पीड़िताओं के बेहतर इलाज की व्यवस्था की जाए तथा उनके भविष्य को सुरक्षित एवं संरक्षित किया जाए।
आम आदमी पार्टी उपरोक्त बिंदुओं पर मानवीयता और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए पीड़ित बालिकाओं और महिलाओं की सुरक्षा, स्वस्थ और बेहतर भविष्य के लिये प्रभावी आदेश दिए जाने की मांग करती है।