शमशाद रज़ा अंसारी
देवरिया के जिला अस्पताल में एक मरीज को स्ट्रेचर पर एक महिला आगे से खींच रही है। पीछे से छोटा बच्चा धकेल रहा है। इसका वीडियो बना कर किसी ने सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। इसे लेकर जिला अस्पताल प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो गया है। अस्पताल सीएमएस डॉ छोटेलाल ने अनभिज्ञता जताते हुए जांच कर कार्रवाई की बात कही है। सोशल मीडिया पर लोग जमकर इस पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं।
मारपीट में घायल को इलाज के लिए ले आए थे परिजन
बरहज थाना क्षेत्र के गौरा गांव निवासी छेदी यादव मारपीट में दो दिन पूर्व घायल हो गए थे। उन्हें देवरिया जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में उनके स्वजन भर्ती कराए है। छेदी यादव की बेटी बिन्दू ने बताया कि तीन दिन से वह अपने पिता के साथ जिला अस्पताल में उनकी सेवा में लगी हूं। यहां उन्हें ड्रेसिंग के लिए बीच-बीच में ड्रेसिंग रूम में वार्ड से ले जाना पड़ता है। बिंदू देवी ने बताया कि अस्पताल के कर्मचारी हर बार स्ट्रेचर के लिए 30 रुपए की मांग करते हैं। मैने रुपये देने से मना किया तो अस्पताल कर्मियों ने छेदी यादव को ड्रेसिंग के लिए ले जाने से इन्कार कर दिया।
अस्पताल कर्मियों के मना करने के बाद बिंदू देवी अपने छह साल के बेटे शिवम की मदद से पिता को ड्रेसिंग रूम तक ले गईं। इसी दौरान किसी ने वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है। सीएमएस ने कहा कि इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।आठ सेंकेंड के इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। सोशल मीडिया पर कुछ लोग अधिकारियों तो कुछ लोग सरकार को निशाने पर ले रहे हैं। लोग अस्पताल के कर्मचारियों, अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मैंने एसडीएम व एसीएमओ की संयुक्त टीम गठित किया है। जांच रिपोर्ट आने पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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