नई दिल्ली : शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के जरिए एक बार फिर से मोदी सरकार पर निशाना साधा है, सामना में लिखा गया है कि ईडी का प्रयोग करके बीजेपी विरोधियों पर दबाव बनाने का काम जारी है.
ईडी से घबराकर बीजेपी की टोली में शामिल एक ‘महात्मा’ ने ‘ठाकरे सरकार’ गिरने का नया मुहूर्त निकाला है, शिवसेना ने बीजेपी को लेकर तंज भरे लहजे में लिखा- ‘अब कह रहे हैं कि कुछ भी हो जाए.
लेकिन मार्च महीने में सरकार गिर जाएगी! उन्होंने यह मुहूर्त ‘ईडी-पीडी’ के पंचांग से निकाला या उन्हें नींद में दृष्टांत हुआ?’
सामना में लिखा गया है, ‘बीजेपीवाले सत्ता बनाने के लिए ईडी पर कुछ ज्यादा ही निर्भर हैं, मानो ईडी की ओर से बीजेपी कार्यालय में हजारों नोटिसें छापकर ही रखी गई हैं और जब कोई सच बोलने लगता है तो उसके नाम से नोटिस भेज दी जाती है.
ऐसा धंधा शुरू है,’ आर्टिकल में आगे लिखा है, ‘ये नोटिसें देश भर में सिर्फ बीजेपी विरोधियों को ही क्यों भेजी जा रही हैं? देश में सिर्फ बीजेपीवाले ही रोज गंगा स्नान करते हैं और बाकी लोग गटर स्नान करते हैं, ऐसा कुछ है क्या?’
सामना ने लिखा, ‘जो किया उसकी जिम्मेदारी लेने के लिए हम तैयार हैं, इसका उत्तम उदाहरण है बाबरी का विध्वंस! इसे हास्यास्पद ही कहना होगा कि उस रण से जो भाग गए थे, वो कर और डर का उदाहरण दे रहे हैं.
संविधान की सबसे ज्यादा अवहेलना कहीं हो रही होगी तो संविधान के तथाकथित रखवालों द्वारा ही हो रही है, जिन लोगों को ‘संविधान’ की याद आती है, उन्हें राज्यपाल नियुक्त सीट को लेकर भी संविधान का स्मरण रखना चाहिए.
‘महाराष्ट्र में भी जो लोग ईडी का गुणगान कर रहे हैं और बता रहे हैं कि ईडी की नोटिस मिलने पर उसका सामना करना चाहिए, उनके पार्श्वभाग में ईडी जांच का बांबू घुसते ही दौड़ते-भागते भाजपा में शामिल हो गए.
‘हवाबाण थेरेपी की अति होने पर दिमाग में सड़ी हुई हवा घुस जाती है, उस अपचनीय हवा की डकार जिन लोगों को आ रही है, उसका नाम है भाजपा! दिमाग में सड़ी हवा और पार्श्वभाग में घुसा बाण! यही है तुम्हारा भविष्य!’