शमशाद रज़ा अंसारी
श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का शुभारम्भ 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन के साथ मंदिर की आधारशिला रखकर करेंगे। भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण के लिए सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं। हिंदुत्व के नाम पर सत्ता प्राप्त करने वाली भारतीय जनता पार्टी को सवर्णों की पार्टी कहा जाता है। भाजपा पर मंत्रालय से लेकर मंच तक दलित,आदिवासी तथा अन्य पिछड़ा वर्ग की उपेक्षा का आरोप लगता आया है। कहा जाता है कि चुनाव के समय दलितों को हिन्दू बता कर उनके साथ बैठ कर खाना खाने वाले भाजपा नेता चुनाव के बाद दलितों को मंच तक पर जगह नही देते हैं। भाजपा केवल वोट तक ही दलितों को हिन्दू समझती है। उसके बाद सत्ता से लेकर मंच तक उनके साथ भेदभाव किया जाता है। इस बार भाजपा पर यह आरोप अमरोहा सांसद कुँवर दानिश अली ने लगाया है। उन्होंने ट्वीट करके भाजपा द्वारा दलितों को केवल वोट तक ही हिन्दू समझा जाना बताया। उन्होंने राम मन्दिर निर्माण कार्यक्रम में पिछड़े वर्ग की उपस्थिति नगण्य होने पर भी सवाल उठाया है। राम मन्दिर की आधारशिला रखे जाने की पूर्वसंध्या पर बसपा सांसद कुँवर दानिश अली ने ट्वीट किया कि
“राम मंदिर निर्माण मंच पर कल कितने दलित, आदिवासी, अन्य पिछड़ा वर्ग लोग बैठने जा रहे हैं और कितनों को आमंत्रित किया गया है। मेरी जानकारी में यह नहीं के बराबर हैं। क्या यह लोग सिर्फ़ वोट लिए हिंदू हैं? आख़िर योगीजी ने हनुमानजी को भी आदिवासी बताया था।केवटों ने सरयू पार कराई थी, शबरी ने बेर खिलाये थे, वानरों ने राम सेतु बनाया…. दलित आदिवासी, अन्य पिछड़ा वर्ग ने श्रीराम को सिर आँखों पर बिठाया, पर क्या मोदी जी बहुसंख्यक समाज को वो सम्मान देंगे जो सम्मान इस समाज ने श्री राम जी को दिया?”
कुँवर दानिश अली के ट्वीट के बारे में जब हिन्द न्यूज़ ने दलित नेता….. से बात की तो उन्होंने भी दानिश के आरोपों को सही बताते हुये कहा कि………