पटना (बिहार) : बिहार चुनाव के बाद नीतीश कुमार ने 7वीं बार CM की कुर्सी संभाल ली है, जबकि नए जनादेश 2020 के बाद 17वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो हुआ और निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाने का सिलसिला चल रहा है.
दो दिन तक चलने वाले शपथ सत्र में आज BJP और JDU के कई दिग्गज नेताओं के अलावा तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव ने भी शपथ ली.
इसके बाद तेजस्वी ने नीतीश पर जमकर निशाना साधा, इस दौरान उन्होंने CM को भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह तक कह डाला है, जो कि BJP, JDU और RJD के बीच सियासी घमासान की वजह बन सकती है.
तेजस्वी ने CM नीतीश को भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह करार दिया है, तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने चोर दरवाजे से एक बार फिर सरकार बनाने का काम किया है, वो भीष्म पितामह भ्रष्टाचार के इसलिए हैं क्योंकि जितने भी गुनाहगार हैं और भ्रष्टाचारी हैं.
उन्हें संरक्षण देना और बचाव करना उनकी पुरानी फ़ितरत रही है, यही नहीं, वह अब अधिकारियों ने चिट्ठी लिखकर बात कह रहे हैं.
इसके अलावा तेजस्वी ने कहा कि नीतीश ने पहले भ्रष्टाचारी डॉ, मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाया और मामले के तूल पकड़ने के बाद उसे बदला गया, यही नहीं, नए शिक्षा मंत्री पर भी सवाल उठ रहे हैं, लेकिन इस पर नीतीश कुमार क्यों चुप हैं?
तेजस्वी ने कहा कि इस समय बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी का CM है और ऐसा देश में शायद ही कभी हुआ होगा, RJD आज सबसे बड़ी पार्टी है, साथ ही कहा कि पहले नीतीश कहते थे कि मेरे कारण RJD को वोट मिला, लेकिन अब उनकी क्या स्थिति है यह सबको पता है.
गौरतलब है कि हाल में संपन्न बिहार के चुनाव में एनडीए गठबंधन को 125 सीटें हासिल हुई हैं, जबकि विपक्षी महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं.
राजग में BJP को 74 सीटें, JDU को 43, हम और वीआईपी को चार-चार सीटें मिली हैं, वहीं, महागठबंधन बहुमत से पीछे रह गया है, हालांकि आरजेडी इस चुनाव में 75 सीटें हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी बनी है, आपको बता दें कि वर्ष 2015 के विधानसभा चुनावों में जेडीयू को 71 सीटें मिली थीं.