फोटोग्राफरों की आर्थिक स्थिति को लेकर भी सोचें प्रधानमन्त्री: असलम
रामपुर(मो. शाह नबी)
कोरोना महामारी का कहर कम होने के बाद देश में अनलॉक की शुरुआत होने लगी है। कई राज्यों ने शर्तों के साथ अनलॉक करना शुरू कर दिया है। अनलॉक की शर्तों में एक शर्त शादी या अन्य समारोह में 50 से अधिक व्यक्तियों के शामिल न होने की भी है। पिछले साल से ही आर्थिक संकट का सामना कर रहे शादी समारोह से जुड़े लोगों पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। उनके सामने अपनी जीविका चलाने का संकट खड़ा है।
शादी या अन्य समारोह से जुड़ा ऐसा ही एक तबका फोटोग्राफर का भी है। इसको ध्यान में रखते हुये रामपुर के नूर महल निवासी फोटोग्राफर असलम ने प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि फोटोग्राफरों के हित का ध्यान रखते हुये समारोह में 50 व्यक्तियों की शर्त को समाप्त किया जाये।
असलम ने कहा कि हिंदुस्तान के फोटोग्राफर पिछले कोरोना काल से ही अपने परिवार के पालन पोषण को लाचार हैं तथा अपनी बेरोज़गारी से मायूसी की जिंदगी जीने को मजबूर है।
उन्होंने कहा कि तरफ जहाँ आपने बाज़ारो को खुलने की इजाज़त दे दी है, वहीं भारत के फोटोग्राफर के साथ ये नाइंसाफी क्यों की जा रही है। हमारे पास अपने परिवार के पालन पोषण करने का कोई दूसरा साधन नहीं है। लॉक डाउन खुलने से बाज़ारो में, धरनों में, मीटिंगों में, कोर्ट कचहरी में और चुनावों में जब अनगिनत भीड़ एकत्रित हो सकती है तो विवाह समारोह में केवल 50 लोग ही क्यों।
अगर विवाह समारोह में केवल 50 लोग ही एकत्रित हो पाएंगे तो कौन हम फोटोग्राफरों को काम देगा, कैसे हम अपना घर चलाएंगे, कैसे अपने बच्चों को विद्यालय पढ़ने भेजेंगे। क्या हमें समाज में जीने का हक नहीं है। क्या हम इस महान भारत का हिस्सा नहीं हैं। आखिर हम फोटोग्राफरों के साथ ये नाइंसाफी क्यों।
असलम ने प्रधानमन्त्री से अपील करते हुये कहा आपसे अनुरोध है कि कृपया हमारे परिवार के साथ ये नाइंसाफी ना कीजिए। आपसे विनम्र आग्रह है कि जिस तरह आपने बाकी सामाजिक और प्रशासनिक तबकों के लिए छूट प्रदान की है। इसी तरह हम फोटोग्राफर तबके के लिए भी सोचिए।